जिला अस्पताल खबर जारी कर वाहवाही लूटने में लगा,जबके वास्तविक स्थिति अत्यंत दयनीय
देवास।जिला अस्पताल में कायाकल्प के नाम पर करोड़ो रुपये खर्च कर दिए गए ,जिम्मेदार डॉ ने करोड़ो का फर्जीवाड़े भी किया।इस सबके साथ अपनी चिकित्सा सुविधा के लिए हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाला जिला अस्पताल अब खबर जारी कर वाहवाही लूटने में लगा है।जबके स्थिति अत्यंत दयनीय है,इलाज में नाम पर लूटपाट का दौर चरम सीमा पर है।
जिला चिकित्सालय देवास खबर जारी कर बता रहा है कि वह प्रतिदिन लगभग कई जांचे कर रहा है जबके कई प्रकार की जांचे हो ही नही रही है मशीने बन्द है जिम्मेदार हमेशा आराम फरमाते नजर आते है।यदि आपकी जान पहचान ना हो तो जिला अस्पताल में उपचार सम्भव नही है।
अस्पताल खबर जारी कर बता रहा है कि 800 से 1000 व्यक्ति जांच और उपचार के लिए आते है। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाये उपलब्ध कराने, चिकित्सक विशेषज्ञो व स्टॉफ द्वारा अत्याधुनिक तकनीकी युक्त मशीनों एवं उपकरणों से जॉच कर मरीजों का उपचार किया जा रहा है।जबके वास्तविकता यहाँ के जिम्मेदार जानते है।
वही सीएमएचओं डॉ एमएस गौसर का कहना है कि जिला चिकित्सालय में नियमित रूप से लगभग 30 से 35 गर्भवती महिलाओं की प्रतिदिन निःशुल्क सोनोग्राफी जिला अस्पताल में की जा रही है। जिला चिकित्सालय में विगत 17 माह में 8 हजार 311 सोनोग्राफी की गई। जिला चिकित्सालय में आने वाली गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा दी नियमित दी जा रही है।जबके शहर का हर जिम्मेदार नागरिक जिला अस्पताल की कार्यशैली से अवगत है यहाँ पर हर कार्य सेटिंग से सम्भव है अपना व्यक्तिगत हित पूरा करते हुए यहाँ के कर्ता धर्ता इलाज के लिए निजी अस्पताल की सलाह देते है।जिला अस्पताल में सामान्य समस्या को भी गम्भीर केस को तुरन्त इंदौर रेफर कर दिया जाता है या तो निजी अस्पताल की राय दे दी जाती है।जिला अस्पताल की दयनीय स्थिति का कारण शहर के जनप्रतिनिधि और आला अधिकारी है जिन्होंने यहाँ का संचालन कर रहे लोगो को खुली छूट दे रखी है।
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