रेप केस के बाद सत्ता खेमे में सन्नाटा,विपक्ष भी नहीं भर पाया दम
देवास(चेतन राठौड़)।प्रदेश और खासकर देवास में सत्ता पक्ष की गतिविधियों के बीच इस समय एक विचित्र चुप्पी का माहौल है। यह चुप्पी सकारात्मक कार्यों के बजाय नकारात्मक घटनाओं के इर्द-गिर्द घूम रही है। भाजपा, जो महिला उद्धार की बात करती है, अब खुद महिला उत्पीड़न के आरोपों के घेरे में फंसती नजर आ रही है। एक के बाद एक भाजपा से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आरोप लगते जा रहे हैं, जिससे आम जनता भी सत्ता की कथनी और करनी में अंतर देख रही है।
महिला उत्पीड़न के मामलों में भाजपा के नेताओं की संलिप्तता के आरोपों ने पार्टी की छवि को बुरी तरह से प्रभावित किया है। इसके चलते पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस संवेदनशील मुद्दे पर बोलने से बच रहे हैं। देवास में भाजपा से जुड़े नेता और कार्यकर्ता, जो पहले सोशल मीडिया पर देश और समाज की समस्याओं पर तीव्र टिप्पणियां किया करते थे, अब इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
विपक्ष की भूमिका भी इस स्थिति में संजीवनी का काम करने में विफल रही है। कांग्रेस, जो कभी सत्ता के खिलाफ एक सशक्त मोर्चा बनाकर चलती थी, अब सोशल मीडिया तक सीमित हो गई है। कांग्रेस का प्रभावी राजनीतिक आंदोलन और जमीनी संघर्ष न केवल घट गया है, बल्कि विपक्ष की आवाज भी जनता तक प्रभावी ढंग से नहीं पहुंच पा रही है।
इस राजनीतिक माहौल में देवास में सत्ता से जुड़े नेता और कार्यकर्ता, जो पहले सत्ता की सफलताओं के बखान में लगे रहते थे, अब खुद को घेरती चुप्पी में देखकर मुद्दों पर अपनी राय स्पष्ट करने से कतराते हैं। सोशल मीडिया पर उनके शब्दों की भड़ास अब ठंडी हो गई है, क्योंकि इन गंभीर मामलों में उनकी खुद की पार्टी के लोग संलिप्त पाए जा रहे हैं।
अंततः, सत्ता और विपक्ष दोनों ही इस जटिल मुद्दे में अपनी साख बनाए रखने में नाकाम रहे हैं। दोनों खेमों की आंतरिक समस्याएं और रणनीतिक गलतफहमियां जनता के सामने आ रही हैं, जिससे प्रदेश की राजनीति एक अनिश्चितता की ओर बढ़ रही है।
गैंगरेप में भाजपा पार्षद प्रतिनिधि सहित अन्य आरोपी के नाम
मंगलवार जैसे ही सोशल मीडिया में गैंगरेप के मामले में पूर्व भाजपा पार्षद व वर्तमान भाजपा पार्षद प्रतिनिधि इरफान अली का नाम सामने आया वैसे ही संगठन खेमे में सन्नाटा छा गया,भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया से दूरी बना ली जो नेता इरफान के साथ घूमते थे उन्होंने सोशल मीडिया से अपने फोटो हटा लिए।दिन भर ज्ञान की बात करने वाले नेता गैंगरेप के मामले में अब दूरी बना रहे है हा यह मामला विपक्ष से जुड़ा होता या अन्य सरकार जुड़ा होता तो ये नेता चीख चीख कर सोशल मीडिया भर देते और पुतले जलाते दिखते लेकिन अभी देवास सत्ता खेमे में सन्नता छाया है और मृत अवस्था मे पड़ा विपक्ष चुप बैठा है।
यह था मामला-
इंदौर के कनाड़िया क्षेत्र में एक महिला ने गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि 11 जून 2024 को पांच आरोपियों (स्क्रैप व्यापारी शहजाद मडावरा, सलोम बारी, सलीम तेली, इरफान अली और नजर पठान) ने उसे अपहरण कर अरविंदो अस्पताल के गोदाम में बलात्कार किया। पुलिस ने सोमवार रात को केस दर्ज किया। महिला तीन महीने से एफआईआर की मांग कर रही थी।
पीड़िता के अनुसार, वह कनाड़िया में किराए से फ्लैट देखने जा रही थी, तभी एक थार गाड़ी से सामने से आई स्कूटी के यहां रोक दी। इस कार से इरफान अली उतरा और उसे जबरदस्ती कार में बैठाने लगा। उसने कहा कि तुझे सलीम भाईजान से 10 से 12 लाख रुपए दिलवा देता हूं। पीड़िता ने विरोध किया तो कार की पीछे की सीट पर सलीम तेली निकला और कहा कि सड़क पर ही इसे कपड़े उतार दो।सड़क से अपहरण किया,अरबिंदो के पास बने गोदाम में निर्वस्त्र कर नचाया और फिर गैंगरेप किया। पुलिस के पास जाने पर भी धमकाते रहे।
मारपीट की
इसके बाद सलीम बारिक नाम का लड़का उतरा और पीड़िता को खींचकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा दिया। उसी समय सफेद रंग की दूसरी कार से शहजाद उतरा और अपशब्द कहे। आरोपियों ने पीड़िता को कार में बैठाकर अपहरण किया और अरविंदो अस्पताल के यहां गोदाम में ले गए। यहां कमरे में टीवी चालू कर सभी शराब पीने लगे। इसके बाद सलीम ने बेल्ट निकाला और मुजरा करने को कहा। करीब आधे घंटे बाद सभी ने अननैचुरल सेक्स को लेकर दबाव बनाने लगे। पीड़िता ने मना किया तो नजर पठान ने बेल्ट से बुरी तरह से मारा। फिर सभी एक के बाद एक बेल्ट से मारने लगे। सभी ने नशा किया और पीड़िता के साथ रेप किया।
अश्लील फिल्म दिखाई
पीड़िता ने एफआईआर में लिखवाया कि वह चिल्लाई तो टीवी पर चल रही अश्लील फिल्म की आवाज तेज कर दी। सलीम तेली ने अननैचुरल सेक्स के लिए मजबूर किया। पीड़िता के साथ शैतानों जैसी हरकत की। कुछ देर बाद नजर पठान ने उसे एक्टिवा पर बैठाकर एमआर10 ब्रिज के यहां छोड़कर भाग गया। पीड़िता ने बताया कि वह इनके खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंची, लेकिन कनाड़िया पुलिस ने भी उसकी सुनवाई नहीं की। आरोपियों को पता चला तो उन्होंने उसे काफी डराया। सोमवार रात कनाड़िया पुलिस ने पांचों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
दोनों एक ही समुदाय के हैं
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने कहा कि कनाड़िया थाना क्षेत्र में दुष्कर्म का यह मामला दर्ज हुआ है। पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय के हैं। सभी साक्ष्यों की जांच की जा रही है। इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
17 साल से परिचित हैं आरोपी और पीड़िता
एडिशनल डीसीपी अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि पीड़िता और आरोपी 2007 से दोनों एक दूसरे को जानते हैं। दोनों ने इससे पहले भी एक दूसरे के खिलाफ अलग अलग तरह की शिकायतें दर्ज करवाई हैं।चूंकि यह दुष्कर्म का मामला है इसलिए पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत केस दर्ज किया। इसमें देरी की बात गलत है। इसके पहले आरोपी और पीड़िता अलग अलग कई मामलों को लेकर थाने में शिकायतें कर रहे थे।
महिला उत्पीड़न के आरोपों से घिरी सत्ता अब आगे क्या करती है ये आम जनता बेसब्री से जानना चाहती है।
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