लोक अदालत में समाधान: 2903 प्रकरणों में फैसला, हजारों को मिला न्याय
लोक अदालत में समाधान: 2903 प्रकरणों में फैसला, हजारों को मिला न्याय
देवास।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास अजय प्रकाश मिश्र के मार्गदर्शन में दिनांक 10 मई 2025 शनिवार को जिले के समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर इस वर्ष की द्वितीय ‘नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया गया।
प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास अजय प्रकाश मिश्र द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश अजय प्रकाश मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि लोक अदालत में प्रकरण का निराकरण होने पर उभयपक्ष प्रसन्न रहते हैं तथा उनके घरों में खुशियों का संचार होता है। तथा अपील की गई कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य प्रकरण लोक अदालत के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करें। साथ ही खंडपीठ के पीठासीन न्यायिक अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर लोक अदालत प्रभारी सुश्री सुमन श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए व्यक्त किया कि- लोक अदालत न्याय पाने का सबसे आसान एवं उत्तम माध्यम है। इसका लाभ उठाएं।
नेशनल लोक अदालत में सिविल, आपराधिक, विद्युत अधिनियम, एनआईएक्ट, चैक बाउन्स, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा, बीएसएनएल आदि विषयक प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला मुख्यालय देवास एवं तहसील स्तर पर सोनकच्छ, कन्नौद, खातेगांव, टोंकखुर्द एवं बागली में 39 न्यायिक खंडपीठों का गठन किया गया।
अजय प्रकाश मिश्र प्रधान जिला न्यायाधीश, सुश्री सुमन श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश एवं रोहित श्रीवास्तव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विद्युत कंपनी, नगर निगम, बैंक, बीएसएनएल, बीमा कंपनी के स्टॉल पर जाकर तथा खंडपीठों का भ्रमण कर समस्त संबंधित अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया। राजीनामा करने वाले पक्षकारगण को स्मृति स्वरूप फलदार और फूलों के पौधे भेंट किये गये एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया।
शुभारंभ कार्यक्रम में सुश्री सुमन श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश, श्रीमती वंदना जैन प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय, विकास शर्मा अति0 जिला न्यायाधीश, उमाशंकर अग्रवाल द्वितीय जिला न्यायाधीश, आदेश कुमार जैन प्रथम जिला न्यायाधीश, अभिषेक गौड़ पंचम जिला न्यायाधीश, उत्तम कुमार डारवी द्वितीय अति. जिला न्यायाधीश, राजेन्द्र कुमार पाटीदार तृतीय जिला न्यायाधीश, प्रसन्न सिंह भेरावत चतुर्थ जिला न्यायाधीश, डॉ. रविकांत सोलंकी अतिरिक्त जिला न्यायाधीश, रोहित श्रीवास्तव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अन्य न्यायाधीशगण नीलेन्द्र कुमार तिवारी, श्रीमती दीक्षा मौर्य, कुंवर युवराज सिंह, श्रीमती निकिता वार्ष्णेय पांडे, प्रियांशु पांडे, श्रीमती रश्मि अभिजीत मरावी, श्रीमती किरण सिंह, सौरभ जैन, सुश्री चंद्रा पवार, सुभाष चौधरी जिला विधिक सहायता अधिकारी, अशोक कुमार वर्मा अधिवक्ता संघ, श्रीमती देवबाला पिपलोनिया उपायुक्त नगर निगम, केतन रायपुरिया अधीक्षण यंत्री म.प्र. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, संदीप प्रकाश रीजनल मैनेजर एसबीआई, हरी चतुर्वेदी रीजनल मैनेजर ग्रामीण बैंक, रजनीश कुमार गोयल डीजीएम गेल गेस कंपनी, विद्युत कंपनी एवं बैंक के अधिकारीगण, लीगल एड डिफेंस काउंसेल स्टॉफ, लोक अभियोजन अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।
नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों की जानकारी
रोहित श्रीवास्तव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में संपूर्ण जिले में गठित 39 न्यायिक खंडपीठों में न्यायालयों के लंबित प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण 290, चैक बाउन्स 173, फैमेली मेटर्स 29, विद्युत 99, विविध 92, सिविल के 20, क्लेम के 27 प्रकरण, बैक के मामले कुल 730 प्रकरण निराकृत हुए जिसमें राशि रू. 6,37,67331/-लगभग के अवार्ड की गई एवं 1704 लोग लाभांवित हुए।
निराकृत 27 क्लेम प्रकरणों में राशि रू 89,30,000./- के अवार्ड आपसी समझौते के आधार पर पारित किए गए। नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के 173 प्रकरण निराकृत हुए जिनमें 41358114/- रूपये के चैकों की राशि में सेटलमेंट किया गया। 4827750/- रूपये की राशि के 20 सिविल प्रकरणों का निराकरण हुआ।
2173 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया है जिसमें रूपये 12463968/-रू. राशि के अवार्ड पारित किए गए है एवं 2311 व्यक्ति लाभांवित हुए हैं।
टिप्पणियाँ