पहले बच्चों को पिलवाई आयुर्वेदिक ड्राप,फिर दवाईयों में निवेश के नाम पर की लाखों की ठगी
ठगी के शिकार हुए लोगों ने कलेक्टर को की शिकायत
आने वाले दिनों में शिकायत करने वाले कि संख्या और बढ़ेगी
देवास।धोखाधड़ी करने वाले आये दिनों नए प्रयोग,नए प्रयोग कर भोले-भाले लोगो को ठगने से बाज नही आ रहे है। शासन-प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी धोखाधड़ी करने वाले लोग व संस्था भोले-भाले लोगों को आए दिन ठगी का शिकार बना रहे है। विशेष बात यह है कि ठगी का शिकार कम पढ़े लिखे लोग नहीं बल्कि पढ़े-लिखे लोग ही बन रहे है।ये ठगी करने वाले कम मेहनत कर कमाई के सपने दिखाकर इन्हें अपना शिकार बना लेते है।
ऐसा ही एक मामला देवास में प्रकाश में आया है, जिसमें आयुर्वेद स्वर्णा प्रासन ड्राप पिलाने के नाम पर देवास शहर के करीब 11 लोगों को एक संस्था ने करीब 8 लाख की चपत लगा दी और फरार हो गई। अब संस्था के कर्ताधर्ता न तो फोन रिसीव कर रहे है और ना ही सामने आ रहे है। लिहाजा पीड़ित लोगों ने जनसुनवाई में कलेक्टर को एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें बताया है कि स्वर्णा प्रासन स्मरण शक्ति, बुद्धिवर्धक आयुर्वेदिक नामक संस्था के प्रोप्राइटर इशान पठान पिता जाकिर पठान व मंजू गुप्ता द्वारा पीड़ितों को नौकरी का प्रलोभन दिया, जिसमें बताया गया कि आप 1 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों को घर-घर जाकर आयुर्वेदिक ड्राप पिलाए, जिससे कोविड की आने वाली लहरों से बच्चे प्रभावित नहीं होंगे। चूंकि ड्राप पिलाने का समर्थन जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स के पद पर पदस्थ मंजू गुप्ता ने भी किया था, इसीलिए उनकी बात पर विश्वास करना पड़ा। पीड़ितों ने बताया कि हमें बताया गया था कि प्रत्येक बच्चे का पंजीयन शुल्क 10 रुपये एवं दवाई का चार्ज 120 रुपये कुल 130 रुपये प्रत्येक बच्चे से लेना है, हमने उनकी बात में आकर हजारों बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया और उन्हें ड्राप भी पिलाया। जब इतना हो गया, तब संस्था के कर्ताधर्ता द्वारा प्रलोभन दिया गया कि यदि कोई व्यक्ति 1 लाख रुपये दवाई पर निवेश करेगा तो उसे प्रति माह 30 प्रतिशत वेतन के रुप में दिया जाएगा। इस पर कई लोगों द्वारा अपनी जमा पूंजी दवाई पर निवेश कर दी, किंतु बाद में न तो निवेश की गई राशि दी गई और ना ही वेतन दिया गया और ना ही दवाई दी गई। जब प्रोप्राइटर इशान पठान से संपर्क किया तो उसके द्वारा कभी दिल्ली तो कभी कहीं ओर होना बताया गया। अब वह न तो फोन उठा रहा है और ना ही सामने आ रहा है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि अभी तो हम 11 लोग ही शिकायत लेकर पहुँचे है लगभग 40 लोग इस ठगी का शिकार हुए है।वे भी आने वाले दिनों में अपने साथ हुई ठगी की शिकायत को लेकर अधिकारियों के पास जाएंगे।
ठगी के शिकार हुए लोगो ने बताया कि हमारे साथ हुई इतनी राशि की धोखाधड़ी
सविता प्रजापत-1 लाख 40 हजार
अर्जुन कुंभकार-50 हजार
सविता गेहलोत-50 हजार
ममता-1 लाख 20 हजार
यश-1 लाख 40 हजार
विनय कुमार पेंटर-54 हजार
दीपक मकवाणा-1 लाख 20 हजार
मनीष राव-50 हजार
मनीषा-1 लाख 20 हजार
अजय सोलंकी-50 हजार
अंकुर जैन-30 रुपये
कुल 7 लाख 98 हजार रुपये की धोखाधड़ी की।
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