वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने लकड़बग्घे को पकड़ा, जंगल में छोड़ा
पिछले कई दिनों से किए जा रहे थे टेकरी पर घूम रहे लकड़बग्घे को पकड़ने के प्रयास
देवास। माता टेकरी पर कई दिनों से चर्चा का विषय रहा लकड़बग्घा 5 फरवरी शनिवार सुबह वन विभाग द्वारा पिंजरा लगाकर पकड़ लिया गया है।
कई वीडियो हुए थे वायरल
लकड़बग्घे के माता टेकरी परिसर में घूमते हुए कई वीडियो वायरल हुई थे।सर्वप्रथम वीडियो के माध्यम से ही लकडबग्घा होने की पुष्टि हुई थी।जिसके बाद ही जिला प्रशासन और वन विभाग हरकत में आया था।
सुरक्षित प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया
वन परिक्षेत्राधिकारी ने बताया कि वन परिक्षेत्र देवास में विगत एक सप्ताह से माता टेकरी क्षेत्र में लकडबग्घा दिखने की सुचना पर वन विभाग की रेस्क्यु टीम द्वारा लकडबग्घा को रेस्क्यु कर पकडा गया। जंगल मे सुरक्षित प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया।माता टेकरी की धुनीमार्ग स्थल से एक लकडबग्घा छोटी माता पुलिस कंट्रोल रूम के पास पुजारियो द्वारा रात को देखे जाने कि सुचना पर पर वन विभाग की रेस्क्यु टीम द्वारा पिछले एक सप्ताह से धुनी मार्ग पर पिंजरा लगाकर पकडने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन पकडा नही गया। उज्जैन की रेस्क्यु दल के साथ संयुक्त रूप से दो दिन के प्रयास के बाद 5 फरवरी की सुबह 5.30 बजे उज्जैन की टीम द्वारा ट्रेकुलाईज किया गया ट्रेकुलाईज के पश्चात भी लकडबग्घा लगभग एक किलोमीटर तक भागा रेस्क्यु दल द्वारा पीछा कर जाल डालकर दाल बाफला धुनी मार्ग पर पकडा गया एवं पिंजरे मे रखकर खिवनी अभ्यारण मे स्वस्थ सुरक्षित प्राकृतिक आवास मे छोडा गया। कार्यवाही में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग,नगर निगम एवं वनविभाग का संयुक्त दल बनाकर अभियान चलाया गया था।
रहवासी,भक्तों ने ली राहत की सांस
बता दे कि लकड़बग्घे की खबर फैलते ही टेकरी पर भक्तों की संख्या ने कमी आई थी।सीढ़ी मार्ग व धूनी मार्ग से आवागमन काफी कम हो गया था।टेकरी के आसपास के रहवासी क्षेत्रो में भी डर का माहौल बना हुआ था।अब जब आज लकड़बग्घा पकड़ा गया है तो रहवासी,भक्त व इसे पकड़ने में लगी टीम द्वारा राहत की सास ली गयी।
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