उपभोक्ताओं को उलझाने की बिजली विभाग की नई स्कीम
देवास(चेतन राठौड़)। मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के साथ अब स्मार्ट चालाकी दिखानी शुरू कर दी है। इंदौर हेड ऑफिस से जारी नए फरमान के अनुसार अब हर महीने बिल भरने की अंतिम तिथि 12 से 15 तारीख के बीच तय कर दी गई है। कंपनी ने जो पहले 20 से 30 तारीख तक की राहत देती थी, अब वही राहत छीनकर इसे उपभोक्ता हित बताने का ढोंग कर रही है।
एक तरफ कंपनी कहती है कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए ये बदलाव किया गया है, वहीं दूसरी तरफ असल मंशा यह है कि महीने के अंत में बिल जमा करने की सुविधा खत्म कर दी जाए ताकि वेतन या पेंशन आने का इंतज़ार करने वाले उपभोक्ता सीधे पेनल्टी के जाल में फँस जाएं।
एक महीने में दो-दो बार ड्यू डेट होने की बात कहकर कंपनी अपने कुप्रबंधन पर पर्दा डाल रही है, जबकि असली परेशानी अब उन लाखों उपभोक्ताओं की है जिन्हें न तो बदलाव की स्पष्ट जानकारी है और न ही वे समय पर बिल भरने के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं।रीडिंग तारीख में बदलाव न करने का दावा कर कंपनी ये जताना चाहती है कि सब्सिडी में कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन हकीकत ये है कि लोगों की जेब पर और मानसिक स्थिति पर जरूर फर्क पड़ रहा है।
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