कौंन है वह युवा नेता जिसकी कई फर्मो को किया गया बड़ा भुगतान..?
-प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छता मिशन व अन्य मद की राशि में की गई अनियमितता का मामला
-नगरीय निकाय लोहारदा, कांटाफोड, सतवास का मामला
-प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने के लिए पत्र किया प्रेषित
देवास- कहते है जब सत्ता की चाबी अपने हाथ लग जाये तो फिर हर निर्णय,हर नियम अपनी जेब मे होता है।वैसे तो नित नए दिन कई मामले उजागर होने के बाद सुर्खिया बन जाते है। किसी मे कार्यवाही होती है तो कोई ठंडे बस्ते में चली जाती है।देवास जिले में भी एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। जो राजनीतिक गलियारों सहित सरकारी महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है।देवास कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला ने नगरीय निकाय (लोहारदा, कांटाफोड, सतवास) में प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छता मिशन व अन्य मद की राशि में की गई अनियमितता के संबंध में कार्यवाही करने के लिए आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल तथा पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त व आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने के लिए पत्र प्रेषित किया है साथ ही निर्देशित किया कि निकायों में भी इस प्रकार की जांच की जाये ताकि शासकीय राशि का दुरूपयोग रोक कर वास्तविक हितग्राहियों को लाभ दिया जा सके ।
परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण देवास ने बताया कि देवास जिले में नगरीय निकाय (लोहारदा, कांटाफोड, सतवास) में प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छता मिशन व अन्य मद की राशि में की गई अनियमितता के संबंध में कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कन्नौद व परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण देवास के माध्यम से जांच करावायी गयी। जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि नगर परिषद लोहारदा, सतवास एवं कांटाफोड़ में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत हितग्राहियों को दी जाने वाली राशि हितग्राही को ना दी जाकर बिना सक्षम अनुमति के विभिन्न कार्यों के सामग्री क्रय के भुगतान में व्यय की गयी। साथ ही स्वच्छता मिशन की राशि व NSKFDC से प्राप्त राशि का भी बिना सक्षम स्वीकृति के अन्य कार्य सामग्री खरीदी में व्यय किया गया। जांच में यह तथ्य भी सामने आया की उक्त तीनो निकायों में उक्त अनियमितता व नियम विरूद्ध व्यय के कोई दस्तावेज/अभिलेख भी उपलब्ध नहीं है। ऐसी ही स्थिति निकाय निधी से खर्च किए गए प्रकरणो की है जिसका कोई विवरण, नस्ती, बिल, व्हाउचर निकाय कार्यालय में उलब्ध नहीं होना पाया गया। उक्त तीनो निकायों में अनियमित व्यय व अभिलेखो का न होना गंभीर गबन व राशि के दुरूपयोग को दर्शाता है।
कौंन है वह युवा नेता..?
यह मामला प्रकाश में आने से पहले ही सुर्खियों में आ गया था।लेकिन जब मामला उलझता गया तो इसके तार एक के बाद एक उजागर होते गए।काफी प्रयास के बाद भी इसे दबाया नही जा सका और यह अनियमितता का मामला सरकारी कागजो पर अंकित हो गया। कई तत्कालीन अधिकारी व कर्मचारी भी इस मामले से सीधे सीधे जुड़े हुए हैं।एक युवा नेता को कुछ समय पहले ही जिले की युवाओं की टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बताया जा रहा है कि इस युवा नेता की कई फर्मो को पर्दे के पीछे से भुगतान कर दिया गया। चर्चाएं ये भी है कि कई बड़े नेताओं के नाम इस मामले में सीधे सीधे जुड़े हुए हैं। हालांकि इसकी जानकारी जिले से लेकर भोपाल तक के कई बड़े नेताओं को है। इसे दबाने के लिए भेंट व महंगे उपहार का दौर भी काफी चला ।इस मामले में राजनीतिक पदों की रेवड़ी भी बांटी गई ।अनियमितता का यह मामला अब सरकारी कागजों पर अंकित हो गया है जो आगे जाकर नए नए विषयों को जन्म देगा साथ ही कई जानकारियों को उजागर भी करेगा।
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