अतिक्रमण मुहिम में समर्थकों का रोड़ा
निगम के अधिकारियों को दे रहे हैं खुलेआम चुनौती,वही सामान्य लोगों पर रोब दिखा रहे है अधिकारी
देवास(चेतन राठौड़)-फूल भेंट कर दिया,निवेदन कर दिया लेकिन ये नाट्कीय कार्य शहर को अतिक्रमण से आजादी नही दिला सकता है।जैसा कि सबकों पता ही था दो दिन बाद इस मुहिम की हवा निकलती नजर आ रही है।जनप्रतिनिधियों ने निवेदन कर गुलाब के फूल भेंट कर इतिश्री कर दी और अपने कार्यलयों में बैठ गए।वही सांसद सोलंकी ने इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया देकर इस मुहिम को दिलचस्प बना दिया है।
दूसरी और अब अतिक्रमण मुहिम अधिकारियों के हवाले है,ये अधिकारी सामान्य लोगो को निगम की ताकत दिखा रहे है लेकिन नेताओ के समर्थकों के सामने चुप्पी साध रहे है।यदि ऐसा ही चलता रहा तो ये मुहिम भी खाना पूर्ति बनकर रह जायेगी और शहर की सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण से कभी भी छुटकारा नही मिल पायेगा। जनप्रतिनिधि भी अपना व्यवहार निभाने में लगे है क्योय कि उन्हें आगे भी राजनीति करनी है साथ ही साथ उन्हें यह भी डर है कि यदि हमने सख्ती दिखाई तो हमारा वोट बैक प्रभावित ना हो जाये।वही दूसरी और चाय से ज्यादा केटली गर्म दिखाई दे रही है नेताओ के अतिप्रिय समर्थक अतिक्रमण मुहिम में शामिल अधिकारियों को ऐसे धुँधकार रहे है जैसे वो इन्ही के सेवक हो।अब देखना ये की शहर के विकास को प्रमुखता दी जाती है या अपना हित पूरा करने की राजनीति हमेशा की तरह चलती रहेगी।
सांसद ने सभापति को दिया निमंत्रण
इस मुहिम को लेकर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने सभापति को घेरते हुए प्रतिक्रिया दी है उन्होंने अपने शब्द बाणों से कई निशाने साध दिए है जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है यह अतिक्रमण मुहिम अब राजनीति अखाड़ा बम चुकी है जिसमे आने वाले दिनों में कई करतब देखने को मिलेंगे।
टिप्पणियाँ