देवास में शिव बारात का महाकुंभ,कलाकारों की झांकियों ने भरी श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा
देवास में शिव बारात का महाकुंभ,कलाकारों की झांकियों ने भरी श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा
देवास। शहर में महाशिवरात्रि के अवसर पर संस्था नमो-नमो के तत्वाधान में बुधवार को भव्य एवं अनूठी शिव बारात का आयोजन किया गया। शिव बारात में विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों ने अपनी जीवंत प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्था द्वारा विगत 12 वर्षों से इस आयोजन को भव्य रूप दिया जा रहा है और इस बार भी आयोजन ने नई ऊंचाइयों को छुआ।
संस्था संयोजक राजेश यादव एवं अध्यक्ष वरुण अग्रवाल ने बताया कि शिव बारात बुधवार शाम 7 बजे सयाजी द्वार से निकली। यह एमजी रोड, जनता बैंक चौराहा, नयापुरा, जवाहर चौक, पुराना बस स्टैंड, तीन बत्ती चौराहा होते हुए शुक्रवारिया हाट स्थित नाग चंद्रेश्वर मंदिर पर समाप्त हुई। पूरे मार्ग पर भक्तों ने शिव बारात का भव्य स्वागत किया और हर-हर महादेव के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। जगह-जगह सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं ने पुष्पवर्षा कर शिव बारात का स्वागत किया।
बारात प्रारंभ होने से पूर्व खेल क्षेत्र में देवास का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने की, जबकि विशेष अतिथि के रूप में पूर्व अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष बहादुर मुकाती, नंदकिशोर पाटीदार सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। संस्था संयोजक राजेश यादव ने सभी अतिथियों का शॉल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद सोलंकी ने सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। सांसद ने कहा कि संस्था नमो-नमो का यह अभिनव आयोजन है। राजेश यादव ने इस शिव बारात को देवास की पहचान के रूप में स्थापित कर दिया है। शिव बारात में देवगण भी शामिल हुए थे और दानव भी तो हमें बारात में देवता के रूप में सम्मिलित होना है, क्योंकि दानवों की संख्या वैसे भी लगातार बढ़ती जा रही है। किसी सनातनी का कभी दानवी व्यवहार नहीं रहा और इस प्रकार के दानवों का आचरण हमें नहीं करना है।
बारात में केरल, कर्नाटक, मुंबई, उत्तर प्रदेश सहित भोपाल, इंदौर के कलाकारों द्वारा विभिन्न स्वरूपों में जीवंत झांकियां प्रस्तुत की गईं। प्रथम पूज्य गणेश जी, मां चामुंडा, श्रीराम दरबार के साथ विराट हनुमान, पच्चीस मुख वाली काली मां, उड़ते हनुमान जी, यंत्र चालित हाथी देवता, विराट नंदी पर सवार शिव-पार्वती और अघोरी नृत्य करते हुए भूत-पिशाच एवं गंगा मैया की झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई जंगल बुक की झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही। चंद्रमौली स्वरूप में सजे-धजे भोलेनाथ नंदी पर सवार होकर मां पार्वती को ब्याहने गए, जिसे देखकर भक्त भाव-विभोर हो उठे।
शिव बारात के सफल आयोजन के लिए संस्था नमो-नमो द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थीं। संस्था के सुमेरसिंह ठाकुर, नरेंद्र सोलंकी, संजय दायमा, महेश गवली, दीपक सोनी, राकेश गुप्ता, अजय तोमर, मनोज गर्ग, पंकज वर्मा, राम यादव, प्रवीण वर्मा, निलेश वर्मा, भूपेश ठाकुर, सोनू परमार, गोपाल खत्री, संजय ठाकुर, आलोक साहू, विकास जाट, रोहित शर्मा, नितिन शेलके, सुरेंद्र परिहार, गोलू प्रजापति, राहुल ठाकुर, गौरव दुबे, बंटी मांगरोलिया, बंटी प्रजापत, मनीष पंड्या, धीरेंद्र दवे, खिलेश शिंदे, जयंत यादव, राहुल गोस्वामी, जयेश पड़ियार, देवेंद्र पड़ियार, सुरेंद्र गायकवाड़, नवीन यादव, भीम यादव सहित समस्त सदस्यों ने शिव बारात को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस भव्य आयोजन ने श्रद्धालुओं को अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव कराया और पूरे नगर में महाशिवरात्रि का उत्साह चरम पर रहा।
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