अगर नगर निगम नहीं सुधरा, तो गरीबों के घर का सपना होगा चूर-चूर- राजानी
अगर नगर निगम नहीं सुधरा, तो गरीबों के घर का सपना होगा चूर-चूर- राजानी
देवास। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को पक्के मकान देने के उद्देश्य से शहर में तीन स्थानों पर मल्टी बनाई गई, लेकिन गलत स्थान चयन के कारण नागदा में बनी मल्टी आज भी खाली पड़ी है। इस 100 फ्लैटों की मल्टी में कोई भी मकान खरीदने को तैयार नहीं है, जिससे करोड़ों की लागत से बना यह प्रोजेक्ट नगर निगम के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर मेंढकी चक में बनी मल्टी के 65 फ्लैटों के लिए 1152 लोगों ने आवेदन किया है, जिससे यह साफ हो गया कि शहर के नजदीक बनाए गए आवासों की मांग अधिक है।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी और कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने इस गंभीर मुद्दे को उठाते हुए कहा, कि जब दो मल्टी शहर के नजदीक बनाई गईं, जहां फ्लैट तुरंत बिक गए, तो फिर तीसरी मल्टी के लिए देवास शहर के सबसे दूरस्थ इलाके नागदा का चयन क्यों किया गया। यह निर्णय न केवल गलत साबित हुआ, बल्कि जनता के टैक्स के करोड़ों रुपए भी व्यर्थ चले गए।
कांग्रेस नेताओं के अनुसार, नागदा की यह मल्टी अब जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी है। नगर निगम ने पहले इसे सुधारकर बेचने की कोशिश की थी, लेकिन कोई भी खरीददार नहीं मिला। इसी वजह से अब ये फ्लैट बेकार पड़े हुए हैं और सरकार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
जब इस मुद्दे पर नगर निगम के इंजीनियर जगदीश वर्मा से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि अगर 65 लोग वहां फ्लैट लेने के लिए सहमत हो जाते हैं, तो निगम उन्हें आवास तैयार करके दे सकता है। लेकिन हकीकत यह है कि कोई भी नागदा में फ्लैट लेने को तैयार नहीं है।
जल्द निकले समाधान-
कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से नगर निगम से मांग की है कि नागदा में बनी मल्टी को बेचने के लिए कोई आकर्षक योजना लाए, ताकि फ्लैट जल्द से जल्द बिक सकें और सरकार को हो रहे नुकसान की भरपाई हो सके। भविष्य में नगर निगम शहर से दूर मल्टी न बनाए, बल्कि ऐसी जगहों का चयन करे जो आम जनता की जरूरतों के अनुरूप हों। शहर के पास नई मल्टी बनाई जाए, जिससे गरीबों को तुरंत लाभ मिल सके और उन्हें अपने नए घर के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े।
नई योजना से मिलेगा समाधान-
कांग्रेस नेताओं ने कहा, कि प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 के तहत ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं और हजारों लोग अपने घर के सपने को साकार करने के लिए आवेदन कर रहे हैं। नगर निगम द्वारा तीन श्रेणियों (AHP, BLC, ISS) के तहत आवेदन लिए जा रहे हैं, जिससे साफ है कि घरों की भारी मांग है। ऐसे में नगर निगम को चाहिए कि वे पुराने प्रोजेक्ट से सीख लें और नई मल्टी के निर्माण में स्थान चयन पर विशेष ध्यान दें।
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