ठेकेदारों के आगे निगम नतमस्तक
जनता के प्रति सख्त रवैया,ठेकेदारों पर मेहरबानी
देवास। नगर निगम प्रशासन द्वारा ठेकेदारों पर मेहरबानी का मामला नया नही है,कई आयोजन तो केवल ठेकेदारों को प्रसन्न करने के लिए भी समय-समय पर आयोजित किये जाते रहे है। इसमे किसका कितना हित है यह तमाम जिम्मेदारों को भलीभाँति पता है। लेकिन जब जनता से वसूली गयी राशि का दुरुपयोग ऐसे कार्यो में किया जाता है।जिसमे केवल और केवल ठेकेदारों को ही फायदा हो तो अति हो जाती है।ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है।
जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जनहित के काम में ठेकेदारी की आड़ में किस प्रकार काली कमाई की जा रही है। इसका ताजा उदाहरण महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल के गृह वार्ड रहे क्रमांक 3 में देखने को मिला है।इन दिनों वार्ड में पेवर्स ब्लॉक लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है। निगम प्रशासन द्वारा पेवर्स ब्लाक लगाने की बकायदा विज्ञप्ति जारी कर ठेकेदार को कार्य सौंपा गया,जबकि मौके पर ठेकेदार के मजदूरो एवं संसाधन की बजाय नगर निगम की जेसीबी एवं कर्मचारियों को कार्य करते पाया गया।जब मीडिया द्वारा पूरी सत्यता जाननी चाहिए तो मौके पर उपस्थित जिम्मेदारों द्वारा गोलमाल जवाब दिया गया और तुरन्त वाहन वहाँ से रवाना हो गए।
नगर निगम के कार्यो में कमीशन का खेल तो वर्षो पुराना है जिसकी जानकारी प्रदेश के तमाम अधिकारियों सहित बड़े जनप्रतिनिधियों को भी है। राजनैतिक संरक्षण पाकर कुछ अधिकारी अपने हित पूरा कर ही लेते है,लेकिन ठेका देने के बाद उस ठेकेदार की मदद करना कहा तक सही है यह बड़ा प्रश्न है। सीधे-सीधे यह कार्य अपनो के फायदे के लिए किए जा रहे है,इसमे जनता की सुविधा की बात महत्व नही रखती है।निगम के अधिकारियों द्वारा ही ठेका अपने प्रिय ठेकेदारों को दिलवाते हुए उनकी पूरी मदद की जाती रही है और बिल पास करने तक कि इन जिम्मेदारी अधिकारियों की ही रहती है।जब भी मीडिया ने विषय के संदर्भ में सवाल किए हमेशा भृमक जवाब देकर उसे टालने का प्रयास किया गया लेकिन अब तो जनता भी सवाल करने लगी है।
इस पूरी घटना पर मौके पर कार्यरत निगम कर्मचारी द्वारा केमरे को देखकर कहना रहा कि वे उपयंत्री के कहने पर कार्य कर रहे है। उपयंत्री चंदन सोनी से पुछा गया तो वे साफ मुकर गये कि उन्होने जेसीबी नहीं भेजी, कर्मचारी अपनी मर्जी से कार्य कर रहे होंगे। उपयंत्री सोनी का यह कथन भी गौर करने लायक है कि निगम कर्मचारी बिना लगाम के अधिकारियों के बिना कहे कार्य कर रहे है।
निगम के उपयंत्री सौरभ त्रिपाठी से इस पूरे विषय पर बताया कि इंजीनियर, ठेकेदार एवं वाहन शाखा प्रभारी को नोटिस जारी किये जाएंगे।वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि भी पूरे घटना क्रम पर अनजान बनते दिखाई दिए और गोलमाल जवाब देते दिखे।
मामले में निगम के मुख्य अधिकारी सहित महापौर प्रतिनिधि ने विषय मे अनजान व जानकारी नही होने की बात सामने आई। पूरे घटनाक्रम की जानकारी देवास विधायक तक पहुँच चुकी है।
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