बिना दर्शन कर संतगण लौटे भोपाल,मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
देवास। अखिल भारतीय संत समिति सदस्य कालीचरण महाराज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि गुरूवार को माता टेकरी पर चैत्र नवरात्रि के लिए बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के पूर्व एसडीएम, तहसीलदार और टेन्ट हाऊस वाले का वाहन माता टेकरी पर पहुंच चुका था। कुछ देर बाद ओर भी शासकीय वाहन माता टेकरी पर पहुंचे। उसी समय संतों के वाहन भी वहां पहुंचे, लेकिन एसडीएम सोनी की हठधर्मिता के कारण भोपाल से आए महंत माता टेकरी के दर्शन किए बिना ही क्रोधित होकर रवाना हो गए।
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आगे बताया कि अखिल भारतीय संत समिति द्वारा गुरूवार को उज्जैन में आयोजित बैठक के बाद महंत अलीलानंद जी महाराज, महंत हनुमान दास महाराज, महंत कन्हैयादास जी महाराज, महंत लोकनाथ जी महाराज एवं महंत जगदीशानंद जी महाराज सहित 12 महंत देवास माँ चामुण्डा टेकरी दर्शन के लिए देवास पहुंचे थे, लेकिन एसडीएम प्रदीप सोनी ने महंतों के वाहनों को माता टेकरी पर जाने के पूर्व ही रूकवा दिया। महंतों ने कहा कि वाहन ले जाने के लिए जो भी रसीद कटती है वह काट दिजिए। लेकिन एसडीएम सोनी ने महंतों की एक न सुनते हुए वाहनों को माता टेकरी पर जाने से मना कर दिया। एसडीएम ने माता टेकरी के मुख्यद्वार पर खड़े होमगार्ड रवि बैरागी को भी महंतों के वाहन ऊपर नही ले जाने का आदेश दिया। जिसके बाद बिना दर्शन किए अखिल भारतीय संत समिति के महंत नाराज होकर भोपाल के लिए रवाना हो गए। समिति के राजेन्द्र महाराज, विनय महाराज, विशाल महाराज, भय्यु महाराज आदि ने एसडीएम सोनी द्वारा किए गए इस कृत्य की आलोचना की। अखिल भारतीय संत समिति शाखा भोपाल शीघ्र ही इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक एवं कलेक्टर से करेगी।भक्तों का कहना
पैदल टेकरी की परिक्रमा करने वाले व नियमित दर्शन करने वाले भक्तों का कहना है कि सरकारी गाड़िया बिना रोक टोक के टेकरी पर चढ़ती है।हमने किसी को भी कभी भी पैदल चढ़ते हुए नही देखा है। यदि संतगण के साथ ऐसा हुआ है उनके वाहनों को रोका गया है तो यह बहुत ही गलत है।नियम सभी के लिए समान होना चाहिए चाहे वो कोई भी हो ,माता जी के दरबार मे सब समान है।
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