मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगा रहे है विभाग के अधिकारी-शिवसेना
देवास। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले दिनों सोनकच्छ में आए थे। उन्होंने किसानों के हित में बड़ी-बड़ी बातें कहीं थी, लेकिन उसी मंडी में किसानों के साथ में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले में मौके पर तहसीलदार ने पंचनामा भी बनाया है।
शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने बताया कि सोनकच्छ मंडी में
किसानों के साथ में अनाज तुलाई के दौरान रिमोट कंट्रोल तौलकटा का उपयोग बहुत ही चिंताजनक है। अनाज मंडियों में इस प्रकार की प्रक्रिया कैसे संचालित हो रही है। यह भी एक जांच का विषय है। बिना अधिकारी मिली भगत के संभव नहीं है। रिमोट वाले तोल कांटे का सत्यापन हुआ है कि नहीं, अगर सत्यापन हुआ है तो नापतोल के किस अधिकारी ने सत्यापन किया है। क्या रिमोट कंट्रोल वाले तोलकांटे का सत्यापन कर दिया और अगर इसका सत्यापन नहीं हुआ तो जिम्मेदारी नापतोल विभाग की बनती है। वह प्रत्येक मंडी का भ्रमण कर तोल कांटे का सत्यापन हुआ या नही इसकी जांच करें। लेकिन ऐसी स्थिति अभी तक नजर नहीं आई।
कुछ समय पहले शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने नापतोल विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। वही सोनकच्छ में घटित हुई किसानों के साथ में मंडी में अनाज तुलाई के दौरान धोखाधड़ी सिद्ध हो जाता है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से कार्य नहीं कर रहे हैं। जिस मंडी की जिम्मेदारी व्यापारियों के भरोसे हो उसका संचालन भी वैसा ही होगा। अधिकारी केवल नाम मात्र के हैं। अगर मंडी, नापतोल अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से ड्यूटी करते तो किसानों के साथ में इसी किसानो के साथ धोखाधड़ी नहीं होती।
लगाए आरोप मंडी व नापतोल अधिकारी पर हो कार्रवाई
आरोप लगाते हुए कहा कि नापतोल विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि समय रहते हर चीज का निरीक्षण करें और प्रत्येक जिले भर में संचालित हो रही मंडियों में तोल कांटे की समय-समय पर जांच करें। इस प्रकार की लापरवाही नापतोल अधिकारी के कारण पैदा होती है। अगर वह अपनी जिम्मेदारी से कार्य करते तो इस प्रकार की घटनाएं नहीं होती। वही मंडी के जिम्मेदार अधिकारी भी इस घटना के जिम्मेदार है। उनके होते हुए अगर ऐसी घटना घटित हो रही है। इसका मतलब उनकी भी मिली भगत है। जब कोई विरोध करता है तब आकर केवल दिखावटी कार्रवाई कर देते है। शिवसेना जिलाध्यक्ष ने कलेक्टर से जिम्मेदार मंडी अधिकारी और नापतोल अधिकारियों व व्यापारी पर कारवाई करने की मांग की है।
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