चुनाव प्रचार थमा, 13 जुलाई को मतदान

 

साम, दाम, दंड और भेद की नीति का भरपूर उपयोग

देवास। नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 13 जुलाई को होना है। 11 जुलाई की शाम 5 बजे प्रचार का शोर शराबा थम चुका है। अब प्रत्याशी आंकलन के दौर से गुजरेंगे और साथ ही अपने पक्ष में मतदान अधिक हो इस पर विशेष ध्यान देंगे, क्योंकि प्रथम चरण में मतदान का प्रतिशत कम होने से पार्टियों की चिंता बढ़ चुकी है। दोनों ही मुख्य दल सहित निर्दलीय भी योजनबन्ध कार्य कर आगे बढ़ेंगे। निगम चुनाव में राजनीति ने अपनी सभी सीमाओं से पार जाकर इस चुनाव को अनूठा बना दिया। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने अपने शीर्ष नेताओं का सहारा लिया और अपने पक्ष में मतदान की अपील की। निर्दलीय भी पीछे नहीं रहे और हर पैंतरा आजमाते हुए दिखे। प्रचार के अंतिम दिन सभी प्रत्याशियों ने मतदाताओं को साधने का प्रयास किया। अब मतदाताओं के फैसले की बारी है। मतदाताओं को भी अपने मत किसके पक्ष में करना है उसके लिए काफी समय मिला है। चुनावी शोर गुल थमने के बाद चुनावी मुद्दों, वायदों तथा चुनावी घोषणाओं पर मन्थन कर अपने को मतदान के लिए तैयारी कर सकेगा।  प्रचार थमने के बाद घर घर जाकर वोटरों को रिझाने के अंतिम दाव आजमा जाएगा। समर्थकों ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जैसा उनके वरिष्ठ नेताओं ने आदेश किया, वैसा उन्होंने कार्य किया है। चुनावी घमासान में तडक़ा लगाने के लिए को स्टार प्रचारकों ने भी अपनी भूमिका निभाई। इस तरह तमाम उतार-चढ़ाव के बाद आज शाम को चुनावी शोर गुल पूरी तरह थम गया। अब मतदाताओं को अंदरूनी रूप से रिझाने का सिलसिला शुरु होगा।

मतदाता पर्चियों के वितरण में आ रही समस्या

पहले चरण के नगरीय निकाय चुनाव में 60 प्रतिशत मतदान हुआ था। कम मतदान को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह से मुलाकात करके मतदान पर्ची का वितरण न होने, मतदान केंद्र के निर्धारण में मतदाता सूची का ध्यान न रखने की शिकायत की। इसे गंभीरता से लेते हुए आयोग ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान से पहले सभी मतदाताओं को मतदाता पर्ची मिलना सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी थी। देवास शहर के संदर्भ में यदि बात की जाए तो सोशल मीडिया द्वारा कई वार्डों में मतदाता पर्चियां नहीं मिलने की बात सामने आई है। इसी संदर्भ में कुछ बीएलओ से बात की गई तो उनका कहना था कि पर्चियों का वितरण नहीं होने का मुख्य कारण बीएलओ को उनके क्षेत्रों की जगह अन्य क्षेत्रों में पर्ची वितरण की जिम्मेदारी है। जबकि उनके साथ जिन सहायकों को जिम्मेदारी सौंपी गई, वे अपने प्रतिदिन के काम में ही इतने व्यस्त रहे कि वे बीएलओ का साथ नहीं दे पाए। ऐसे में बीएलओ भी देर रात तक घर ढूंढ-ढूंढकर पर्चियों का वितरण कर रहे हैं।

20 जुलाई को होगी मतगणना

दूसरे चरण के मतदान की मतगणना अब 20 जुलाई को होगी। पहले यह 18 जुलाई को होनी थी लेकिन राष्ट्रपति पद के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा के अनुरोध पर आयोग ने इसे दो दिन आगे बढ़ा दिया है। दरअसल, दोनों ही दलों ने मांग की थी कि राष्ट्रपति चुनाव के मतदान में भाग लेने के लिए सभी विधायक भोपाल में रहेंगे, इसलिए मतगणना की तारीख एक-दो दिन आगे बढ़ाई जाए।

शहर व चार नप में चुनाव

देवास जिले में नगरीय निकाय निर्वाचन के दूसरे चरण में नगर पालिक निगम देवास, नगर परिषद सोनकच्छ, पीपलरांवा, भौंरासा एवं टोंकखुर्द में मतदान 13 जुलाई को होगा। जिले में दूसरे चरण में कुल 02 लाख 75 हजार 672 मतदाता है। दूसरे चरण के मतदान में 105 वार्डो के लिए कुल 333 मतदान केंद्र बनाये गये है। नगर पालिक निगम देवास में 45 वार्डो के 269 मतदान केन्द्र, नगर परिषद सोनकच्छ में 15 वार्डो के लिए 19 मतदान केन्द्र तथा नगर परिषद पीपलरांवा, भौंरासा, टोंकखुर्द में 15-15 मतदान केन्द्र बनाये गये है। मतदान के लिए मतदाताओं को आयोग द्वारा जारी भी 20 पहचान पत्रों में से कोई एक पहचान पत्र साथ में लाना अनिवार्य होगा।


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