छह टन चावल से भरे वाहन को पकड़ा
गरीबों का अन्न जा रहा था अमीरों के गोदाम में
देवास। राशन की कालाबाजारी का खेल अब भी जारी है हालांकि इसका स्वरूप समय-समय पर बदलता रहा है।गरीबों के अन्न से अमीरों के गोदाम भरे जा रहे हैं। इस कालाबाजारी के खेल में सभी के हाथ रंगे हुए हैं। कई उपभोक्ता/ हितग्राही अन्न को राशन की दुकान से खरीद कर उचित दाम में बेचने मे जरा भी कतरा नहीं रहे हैं। लेकिन वह यह नहीं जानते कि उनके द्वारा जो अन्न राशन दुकान से खरीद कर अपने फायदे के लिए दुकानदारों या व्यापारी को बेचा जा रहा है वह अन्न कितने ही गरीबों और मजबूरों के जीवन यापन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।कालाबाजारी का ताजा उदाहरण देवास जिले के सोनकच्छ तहसील क्षेत्र में सामने आया है।गुरुवार देर रात भोपाल हाईवे पर एसडीओपी कार्यालय के सामने से एक चार पहिया वाहन (ट्रक)जिसमे छह टन चावल(150 कट्टो) वाहन सहित पकड़ा है। पकड़ाया चावल गरीबों को दिया जाने वाला राशन है।
अनुविभागीय अधिकारी संदीप शिवा के निर्देश पर नायब तहसीलदार अभिषेक चौरसिया एवं खाद्य अधिकारी धर्मेन्द्र वर्मा द्वारा यह कार्यवाही की गई।जानकारी देते हुए तहसीलदार अभिषेक चौरसिया ने बताया कि उक्त चावल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गरीबों को राशन दुकानों से फ्री में दिया जाता है।ग्राम बावई रोड़ पर रहने वाले प्रताप सिंह द्वारा चावल 15 से 18 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जाता था।यह चावल राशन दुकानों पर से हितग्राहियों द्वारा लेने के बाद उनसे खरीद लिया जाता था। देर रात तक चली इस कार्यवाही में जब्त चावल को मंडी प्रांगण में स्थित वेयर हाउस में रखा गया है।चावल गाड़ी में भरकर मेहतवाड़ा में किसी व्यापारी के यहां पर भेजा जा रहा था।
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