सीएमएचओ कार्यालय में गबन : उज्जैन टीम ने देवास से जब्त किए दस्तावेज
एसडीएम ने किया था कार्यालय सील, तहसीलदार ने खोला ताला, कई नामों से उठ सकता है पर्दा
देवास।जिला अस्पताल वैसे तो हमेशा अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर सुर्खियों में रहता है, लेकिन इस बार अस्पताल का संचालन कर रहे कार्यालय पर ही गबन का मामला सामने आया है। इसी आशंका के चलते पिछले दिनों मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पर एसडीएम बिहारीसिंह ने ताला लगाकर सील कर दिया था। वहीं सोमवार को संयुक्त संचालक उज्जैन, कोषालय की टीम देवास पहुंची और उन्होंने दस्तावेजों को जब्त किया और उज्जैन रवाना हो गई। इसके पहले तहसीलदार सपना शर्मा व राजस्व विभाग के सामने टीम द्वारा मुख्य गेट का ताला खोला गया। ताला लगा होने से कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी मुख्य गेट के बाहर सुबह से बैठे हुए थे। ज्ञात रहे शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पर गबन की आशंका के चलते कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देश पर एसडीएम बिहारीसिंह द्वारा सील करने की कारवाई की गई थी। शनिवार को अवकाश का दिन था लेकिन सोमवार को सुबह से कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी सुबह कार्यालय पहुंचे जहां गेट पर ताला लगा हुआ मिला। उसके बाद कर्मचारी गेट के
बाहर ही बैठे रहे।
दस्तावेज जब्ती करने पहुंची टीम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मैं गबन के चलते दस्तावेज को जब्ती करने के लिए सोमवार को उज्जैन कोषालय की देवास तक पेंशन प्रकरणों में बड़ी धांधली हुई है और करोड़ों रुपये का गबन भी सामने आ सकता है। देवास जिले के साथ प्रदेश के कई जिले में इस प्रकार के गबन के मामले सामने आ चुके हैं। उनमें जांच में यह सामने आया था कि कर्मचारी के नाम पर अपना खाता बनाकर उसमें फर्जी तरीके से राशि का आहरण किया गया था। सीएमएचओ कार्यालय सील करने के मामले में भी इस प्रकार के गबन की आशंका जताई जा रही है।
पहुंची। टीम द्वारा गोपनीय रूप से कार्यालय के अंदर जांच की जा रही है। जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद ही स्पष्ट होगा की कौन से मद में कितनी राशि का गबन हुआ है। फिलहाल इस मामले में कोई बोलने को तैयार नहीं है। मामले में तहसीलदार सपना शर्मा ने बताया कि संयुक्त संचालक उज्जैन कोषालय की टीम आई हुई है। इनके द्वारा जांच की जाएगी उसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे वह प्रस्तुत किए जाएंगे।
बड़ी मात्रा में दस्तावेज किये जब्त
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मैं पेंशन प्रकरणों में हुई धांधली व गबन की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देश पर शनिवार को एसडीएम बिहारी सिंह,
नायब तहसीलदार सपना शर्मा व जिला कोषालय अधिकारी नेहा कलचुरी ने पहुंचकर सीएमएचओ कार्यालय को सील कर दिया था और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किये थे। सोमवार की सुबह जब सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे तो उन्हें ताला लगा मिला। लिहाजा दोपहर साढ़े 12 बजे तक उन्हें बाहर खड़े रहकर ही ताला खुलने का इंतजार करना पड़ा। दोपहर में संभागीय कोषालय कार्यालय उज्जैन की टीम पहुंची, तब कहीं जाकर सील तोडकर ताला खोला गया। इस टीम ने सीएमएचओ कार्यालय की अकाउंट शाखा से बड़ी मात्रा में दस्तावेज जब्त किये और अपने साथ उज्जैन ले गई। अब इस मामले की जांच शुरू हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि 2015-16 से लेकर अभी तक पेंशन प्रकरणों में बड़ी धांधली हुई है और करोड़ों रुपये का गबन भी सामने आ सकता है। देवास जिले के साथ प्रदेश के कई जिले में इस प्रकार के गबन के मामले सामने आ चुके हैं। उनमें जांच में यह सामने आया था कि कर्मचारी के नाम पर अपना खाता बनाकर उसमें फर्जी तरीके से राशि का आहरण किया गया था। सीएमएचओ कार्यालय सील करने के मामले में भी इस प्रकार
कृषि विभाग गबन मामले में पुलिस ने आवेदन लेने से किया इंकार
स्वास्थ्य विभाग से पूर्व कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाले सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी कार्यालय में पेंशन प्रकरणों में करीब दो करोड़ रुपये का गबन का मामला उजागर हो चुका है और यहां पर भी कोषालय विभाग द्वारा दस्तावेज जब्त किए गए है। इसी बीच गबन करने वाला कर्मचारी शिवम पागरुलकर परिवार सहित फरार हो चुका है। इसीलिए इस मामले की जांच बुरी तरह प्रभावित हो रही है। फरार कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी रश्मि किराड़े ने कोतवाली थाने पर आवेदन दिया था, किंतु पुलिस ने फिलहाल यह कहकर आवेदन लेने से इंकार कर दिया है कि जांच होने के बाद प्रतिवेदन के आधार पर ही एफआईआर की जा सकती है। लिहाजा एफआईआर का मामला अभी टल गया है।
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