माताजी विसर्जन चल समारोह को देखने उमड़े असंख्य भक्त
चल समारोह में 80 झांकिया हुई सम्मिलित
टीम वीर सावरकर की मेहनत रंग लाई,आनंदित हो उठे श्रद्धालु
देवास।मां चामुंडा की नगरी में माताजी विसर्जन चल समारोह में पुनः इतिहास रचा। कई वर्षों से जहां चल समारोह में प्रतिमाओं की संख्या कम होती जा रही थी वही इस वर्ष सोच के विपरीत झांकिया सम्मिलित हुई और चल समारोह का मान बढ़ाया।
टीम आजाद सावरकर
पिछले वर्ष टीम आजाद सावरकर ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए माता जी विसर्जन चल समारोह को लेकर जो अलख जगाया थी, उसी का परिणाम है कि इस बार विसर्जन चल समारोह में हिस्सा लेने वाली झांकियों की संख्या 80 के पास पहुँची है।समिति के सभी सदस्यों ने इस समारोह को लेकर बहुत मेहनत की जिसका परिणाम आज देवास वासियों के सामने है।समिति द्वारा प्रशस्ति पत्र का भी वितरण किया गया।
समारोह में वाहनों ने बढ़ाई परेशानी
हमेशा चल समारोह मार्ग पर वाहनों के गुजरने की पाबंदी लगा दी जाती है लेकिन इस बार शायद ऐसा नहीं किया गया और चल समारोह की शुरुआत से लेकर अंतिम दौर तक वाहन समारोह के बीच में घुसते हुए समारोह को बिगाड़ रहे थे।हमेशा पॉइंटो पर बेरिकेटिंग कर वाहनों को रोक दिया जाता है लेकिन इस बार ऐसा नही हुआ और वाहन चल समारोह मार्ग में परेशानी का कारण बने। जिससे समारोह में सम्मिलित हुए भक्तों को परेशानी उठानी पड़ी।
चारो और भंडारे ही भंडारे
इस बार चल समारोह में भंडारों की संख्या भी अधिक रही। भंडारों ने दिल खोलकर चल समारोह में सम्मिलित भक्तों का स्वागत किया और अंतिम प्रतिमा आने तक अपनी सेवाएं देते रहे। विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर भंडारों में बांटे गए जिनका भक्तों ने लुफ्त उठाया।
स्वागत मंच पर हुआ सम्मान
फूल माला की प्रथा से आगे बढ़ते हुए इस बार चल समारोह में लगे अनगिनत मंचों से सम्मिलित झांकियों के प्रमुखों को दुपट्टा उड़ा कर और प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
पुलिस रही सतर्क,संभाली रखी व्यवस्था
चल समारोह की व्यवस्था संभालते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सर्तक रही, समारोह में भक्तों की संख्या इतनी होने से थोड़ी बहुत अवस्था भी दिखाई दी गई।लेकिन कोई बड़ी घटना नही घटी भक्तों ने भी हर जगह अपना पूरा सहयोग दिया।
भक्त हुए भाव विभोर
चल समारोह में सम्मिलित हुए भक्त प्रतिमाएं देख और भंडारों की सेवा कार्य देख भाव विभोर हो गए। पूरे चल समारोह मार्ग पर माताजी के भजन,गीत व जय कारे ही गूंज रहे थे।
मार्ग पर पैर रखने की जगह नही
भक्तों की असंख्य संख्या इतनी की समारोह मार्ग पर पैर रखने की जगह नहीं बची थी।सयाजी गेट के दोनों मार्गो से प्रतिमाएं आ रही थी ।जिससे उत्साह लगा तार बड़ रहा था।
सामाजिक संस्थाओं ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
इस बार कई सामाजिक संस्थाओं ने चल समारोह में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपनी सेवाएं दी,भंडारे से लेकर अन्य प्रकार से सेवा कार्य मे जुटे रहे।
टीम एफबी ने बाटे मैडल
टीम एफबी एक ऐसा संगठन है जिससे हर सोशल मीडिया यूजर्स सहित राजनीति पार्टी व विभिन्न वर्गों के लोग परिचित है।शहर के विकास में समय समय पर टीम द्वारा जागरूकता का कार्य किया गया है आज समारोह में सम्मिलित हुई झांकियों के प्रमुखों को मैडल पहनाकर सम्मानित किया।
हेलमेट की अनिवार्यता को बताती झांकी
संस्था युवा देवास दर्शन की टीम द्वारा एक अनूठा प्रयोग करते हुए हेलमेट की महत्ता को बताने का प्रयास किया। चल समारोह में झांकी के द्वारा हेलमेट के महत्व को बताने का प्रयास किया।
मार्ग पर नही थी विद्युत व्यवस्था
चल समारोह मार्ग पर विद्युत की व्यवस्था दिखाई नही दी,जिसको लेकर सुबह से ही सोशल मीडिया पर पोस्ट द्वारा ध्यान आकर्षित करवा दिया गया था लेकिन गैर जिम्मेदार कार्य करते हुए समारोह मार्ग को अंधेरे के भरोसे छोड़ दिया गया।कुछ ही प्रतिमाएं थी जिनके पास विद्युत की व्यवस्था थी।इसको लेकर निगम सत्ता पक्ष मनीष सेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की..
ये रही वो पोस्ट..👇🏽👇🏽
वास्तव में देवास का गौरव माताजी का विसर्जन चल समारोहों है पर दुर्भाय है निगम के उच्च अधिकारी को मैने आठ दिन पहले इस व्यवथा हेतू अवगत करा दिया था। परंतु व्यवथा नही की ऐसे अधिकारी को कार्यवाही कर दण्डित करवायेगे।
देखे वीडियो..
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