विरोध के बाद खुली जिम्मेदारों की नींद,क्या नवरात्रि पर्व में होगी पिछले वर्ष जैसी सजावट
देवास(चेतन राठौड़)।माँ तुलजा भवानी,माँ चामुण्डा के नाम से पूरे भारत मे देवास शहर प्रसिद्ध है। लाखों लोग कई प्रदेशों से माता टेकरी के दर्शन करने आते है। लेकिन देवास शहर में माता जी कर नवरात्रि त्योहार को लेकर साज-सजावट की की व्यवस्था नही होने को लेकर विरोध हो रहा है जिसके बाद अब जिम्मेदार जागे है। यह पहली बार ही हुआ होगा जब जनप्रतिनिधियों और अधिकारी की नींद नही खुली,जब विरोध के स्वर उठे तो एक-एक कर जिम्मेदार जागे और अपनी बात सोशल मीडिया पर रख रहे है।
आचार संहिता का बहाना
आपकों बता दे कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी ने इस बार आचार संहिता का बहाना बनाकर शहर के सबसे बड़े त्यौहार में छवि धूमिल करने का प्यास किया है।परम्पराओ को बन्द करने के इस प्रयास का अब शहर की जनता खुलकर विरोध कर रही है।जबके अन्य जिलों में लाख नियम हो लेकिन परम्पराओ के नाम से कोई खिलवाड़ नही किया गया जाता है। केवल देवास ही पूरे प्रदेश मे एक मात्र शहर है जहाँ नित नए प्रयोग किये जाते है और फिर जनता का घुस्सा झेलना पड़ता है।
जागे जनप्रतिनिधि,देखे अब आगे क्या होता है
नवरात्रि का त्यौहार कल प्रारंभ हो जाएगा लेकिन शहर में जैसे सब सुना-सुना सा लग रहा है। तैयारियों के नाम पर माता टेकरी पर विद्युत सज्जा कर दी गयी लेकिन शहर के मुख्य मार्ग अब भी वीरान लग रहे है।ऐसे ही चलता रहता तो त्यौहार सम्पन्न हो जाता,अगर शहर के जिम्मेदार सोशल मीडिया यूजर्स इस मुद्दे को उठाते नही,जब इस विषय पर चारो और से विरोध शुरू हुआ तो जिम्मेदार जनप्रतिनिधि जागे है और पिछले वर्ष जैसी व्यवस्था करने की बात कर रहे है। लेकिन अब जिम्मेदारों को चुनने वाली जनता अब अपने किये गए इनके चुनाव को कोस रही है।जब हर कार्य जनता के विरोध के बाद सुधारा जाएगा तो फिर इन जिम्मेदारों की क्या जरूरत है।देखते है आगे क्या होता है।
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