थम गया प्रचार का शोर,अब जोड़ तोड़ की होगी राजनीति
देवास(चेतन राठौड़)।प्रदेश सहित जिले में भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव के प्रचार के अंतिम दौर में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।आज शाम 6 बजे चुनाव प्रचार प्रसार का शोर थम गया।प्रदेश की कई सीटों पर प्रचार-प्रसार का दौर काफी रोचक रहा,देवास सीट भी सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही।
पुराने मुद्दे पर भविष्य की राजनीति-
देवास के भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए अनगिनत प्रयास किये।पूरे प्रचार प्रसार के दौरान दावे,वादे,आरोप-प्रत्यारोप का दौर अपनी सारी सीमाओं को छूता दिखा।हालांकि देवास में प्रचार प्रसार के दौरान समर्थकों ने अपशब्दों की सारी सीमाएं लांघ दी, जिसे देख और सुन कर हर कोई हैरान दिखा। भाजपा विकास के मुद्दों पर चली तो कांग्रेस ने शहर से जुड़े कई मुद्दों पर सत्ता को घेरा।प्रचार के अंतिम दिन दोनों ही पार्टी ने रैली का आयोजन किया,रैली के दौरान एक समय ऐसा आया जब दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ता नावेल्टी चौराहे पर आमना सामना हुआ,इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। स्थिति बिगड़ती दिख पुलिस ने मोर्चा संभाला।
भीतरघातियों पर रहेगी नजर-
प्रचार प्रसार का शोर थमने के बाद,पार्टियां अब कूटनीति और गठजोड़ की रुपरेखा बनाने में लग गयी है।साथ ही प्रलोभन का दौर भी बड़े स्तर पर चलेगा,लेकिन एक विषय ऐसा भी है जो दोनों ही पार्टियों को सता रहा है वह है भीतरघात का,दोनों ही पार्टी ऐसे भीतरघातियों पर नजर जमाये हुए है और उनकी घेराबंदी में जुट गई है।
जनसभा के माध्यम से भी पहुँचे मतदाताओं के बीच-
जिले में दोनों ही पार्टी ने अपने पक्ष में मतदाताओं को लाने के लिए पार्टी के स्टार प्रचारकों का सहारा लिया।भाजपा ने योगी आदित्यनाथ,शिवराजसिंह चौहान,ज्योतिरादित्य सिंधिया,कैलाश विजयवर्गीय को बुलाया तो कांग्रेस ने प्रिंयका गांधी,दिग्विजय सिंह,सचिन पायलेट सहित स्टार प्रचारकों का सहारा लिया।
मतदाता और मतदान केंद्रों की संख्या-
जिला निर्वाचन आयोग ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है 17 को मतदान होना है अब प्रत्याशियों का भविष्य मतदाताओं की मुठ्ठी में बन्द हो गया है।
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