निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मनीषा चौधरी ने भरा नामांकन,कई और दावेदार भी आ सकते है मैदान में..
सोशल मीडिया पर विरोधात्मक शैली कहीं बदल ना दे मतदाताओं का मन?
भाजपा की सोशल मीडिया टीम जीहुजूरी में तो, कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम खामियां निकालने में व्यस्त
देवास।भाजपा व कांग्रेस ने अपने महापौर प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। नामांकन प्रक्रिया के बाद अब प्रत्याशी मतदाताओं के बीच पहुंचने के कार्य मैं लग जाएंगे,लेकिन इसी के साथ निर्दलीय प्रत्याशी की संख्या भी लगातार बढ़ने के अनुमान लगाए जा रहे,हालांकि महापौर सीट पर 22 जून को स्थिति स्पष्ट होगी कि कितने प्रत्याशी मैदान में अधिकृत पार्टी की और से,और कितने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। साथिया ही आपकों बता दें की इस बार सोशल मीडिया चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।जब से भाजपा व कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी घोषित हुए हैं तब से ही ऐसे सोशल मीडिया यूजर्स जिन्हें केवल देवास के हित से सरोकार है जिनका किसी राजनीतिक पार्टी से मतलब नही है,अपनी प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। वह ना तो कांग्रेस को छोड़ रहे हैं और ना ही भाजपा को..अब दोनों ही पार्टी के नेताओं को डर सताने लगा है कि लगातार प्रतिक्रियाएं कहीं मतदाताओं का मन ना बदल दे,अगर ऐसा हुआ तो पार्टी को नुकसान होगा और मतदाता कहीं अन्य विकल्प पर विचार ना करने लगे ।
निर्दलीय महापौर प्रत्याशी के रूप में मनीषा दीपक चौधरी ने भरा नामांकन
आज निर्दलीय महापौर प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवा चौधरी की पुत्रवधू मनीषा दीपक चौधरी ने नामांकन फॉर्म भरा है मनीषा के पति दीपक चौधरी भी कांग्रेस पार्टी से पार्षद रहे है।मनीषा की दावेदारी पार्टी की और से कई महीनों पहले ही कर दी गयी थी लेकिन उन्हें टिकट नही मिल पाया इस लिए अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में मोर्चा संभाल लिया है।
-इनके अलावा भी कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम सामने आ रहे हैं राजनीति के गलियारों व सोशल मीडिया पर माहौल भी बन रहा है। फिलहाल अभी नाम वापसी तक निर्दलीय प्रत्याशी के चुनावी गणित पर ज्यादा चर्चा नही की जा सकती है लेकिन समीकरण लगातार बदल रहे है।
-भाजपा का सोशल मीडिया नेता की जी हुजूरी करता देखा जा सकता है उन्हें अपने नेताजी के सुबह से शाम की गतिविधि के अलावा पार्टी से कोई मतलब नही है।वही दूसरी और कांग्रेस का सोशल मीडिया शहर से ज्यादा केंद्र व राज्य की योजनाओं में खामी निकालने में लगा है। कांग्रेस अभी एक दिन पहले ही अपने कार्यो का आभास होने के बाद जागी तो है लेकिन माहौल कब तक बना रहेगा इसका उत्तर किसी के पास नही है? दोनों पार्टी की सोशल मीडिया टीम से ज्यादा तो स्वतंत्र यूजर्स चुनाव में माहौल बनाते दिख रहे है।
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