भाजपा में टिकट पाना किसी जीत से कम नही
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देवास से भाजपा महापौर प्रत्याशी के रूप में गीता दुर्गेश अग्रवाल अब चुनावी मैदान में ..
क्या बना रहेगा "SSS" का साथ
देवास।भाजपा में महापौर जैसे पद पर प्रत्याशी की घोषणा में राजनीति का इतना रंग चढ़ा की नेताओं सहित मतदाता भी सोच में पड़ गए कि आने वाले चुनावों में पार्टियों को प्रत्याशी घोषित करने में कितनी परेशानी आने वाली है। बात की जाए देवास महापौर सीट की तो कांग्रेस पिछले दिनों ही अपने प्रत्याशी की घोषणा कर चुकी है। भाजपा में तमाम उठापटक व अनगिनत नामों को दरकिनार करते हुए श्रीमती गीता पति दुर्गेश अग्रवाल नाम पर सहमति बनी। भाजपा द्वारा महापौर टिकट घोषणा के बाद ही देवास शहर में महापौर सीट पर स्थिति अब साफ हो गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। ऐसे में महापौर को लेकर अब जनता के सामने प्रत्याशी को लेकर कोई भी दुविधा नहीं है। बता दें कि भाजपा की ओर से महापौर प्रत्याशी गीता अग्रवाल भाजपा के वरिष्ठ नेता दुर्गेश अग्रवाल की धर्मपत्नी है। दुर्गेश अग्रवाल पैलेस समर्थक है और चैतन्य टाइम्स ने पहले ही खबर के माध्यम से बता दिया था कि पैलेस के आर्शीवाद के बिना देवास में भाजपा महापौर का टिकिट मिलना संभव नही है। दुर्गेश अग्रवाल का पैलेस से बहुत पुराना नाता रहा है।स्व. महाराज तुकोजीराव पवार के खास समर्थकों में से एक रहे है। इतना ही नही विधायक गायत्री राजे पवार का भी शुरू से इन्हें आशीर्वाद मिलता रहा है।
अग्रवाल प्राधिकरण सहित भाजपा संगठन में विभिन्न पदों पर रहे है।लेकिन हमेशा की तरह अग्रवाल को इन SSS(संघ,सत्ता,संगठन)का भी साथ मिलना जरूरी है।वर्तमान में राजनीति नित नए रूप दिखा रही है।टिकिट मिलना और जीतना कठिनाईयों भरा है।
इस बार चुनाव में जातिवाद ज्यादा हावी होता देखा जा रहा है।नाम की घोषणा के साथ अब सभी की निगाहें शहरी क्षेत्र के 45 वार्डो पर टिक गई है क्यो कि अभी तक दोनों ही दलों ने पार्षद उम्मीदवारों की घोषणा नही की है।पार्षद पद पर स्थिति साफ होते ही चुनाव और रोचक होने वाले है।
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