लकड़ी का अवैध परिवहन:आयशर को किया जब्त
सांठगांठ से फल-फूल रहा है लकड़ी का अवैध कारोबार
देवास। जिले में वन क्षेत्र की अन्य जिलों से काफी ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ यही बड़ा कारण है कि लकड़ी का अवैध व्यापार करने वाले हमेशा सक्रिय रहते है वही वन विभाग के आला अधिकारियों द्वारा जंगलों की सुरक्षा व लकड़ी के अवैध परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए अधीनस्थ अमले को पूरी मुस्तैदी के साथ मैदान में उतार रखा है। इतना ही नहीं उडऩदस्ते भी बना रखे है। बावजूद इसके जंगलों में हरे-भरे वृक्षों की अंधाधुंध कटाई जारी है। साथ ही रात के अंधेरे में लकड़ी का परिवहन भी हो रहा है। गुरुवार को जिनवाणी वन परिक्षेत्र सब रेंज टप्पा के वन महकमे ने एक आयशर वाहन जब्त किया, जिसमें बड़ी मात्रा में महुआ की लकड़ी भरी हुई थी। रेंजर सत्येंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि आयशर वाहन क्रमांक 6382 को ग्राम गुसट के समीप रोका गया था और उसके चालक जाहिद पिता साबिर मंसूरी निवासी हाटपीपल्या से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि महुआ की लकड़ी आष्टा के जंगल से काटी गई थी और हाटपीपल्या ले जाई जा रही थी। वन विभाग के अधिकारियों ने ट्रक जब्त कर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41, 42 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वन विभाग का अमला इस बात का पता लगा रहा है कि यह लकड़ी कहां से काटकर किस स्थान पर ले जाई जा रही थी। गौरतलब है कि यही आयशर ट्रक गत दिवस पीपलरावां क्षेत्र में लकड़ी का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ाया था, जिसे वहां के डिप्टी रेंजर पुंडरिक तिवारी ने लेन-देन कर छोड़ दिया था। बाद में इस मामले की शिकायत हुई और ऑडियो भी वायरल हुआ। लिहाजा जिला वनमंडलाधिकारी डिप्टी रेंजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। एक ही ट्रक के बार-बार पकड़ाने से यह बात साबित हो रही है कि देवास जिले में वन माफिया सक्रिय है और वन विभाग के मैदानी अधिकारियों व कर्मचारियों की सांठगांठ से अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
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