चुनावी प्रचार के दौरान पकड़ाई अवैध शराब का मालिक कौन...?
कांग्रेस या भाजपा..?
देवास। पिछले दिनों लोकसभा की खंडवा सीट पर उपचुनाव को लेकर प्रचार प्रसार जोर शोर से चल रहा था । इसी सीट के अंतर्गत बागली विधानसभा चुनावी क्षेत्र में अवैध मदिरा पकड़ाई जाने को लेकर राजनीति का माहौल गर्म हो गया था। जहाँ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वीडियो जारी करते हुए इस अवैध मदिरा को भाजपा के नेताओं से जुड़ा बताया व क्षेत्र में इस मदिरा को बटवाने का आरोप लगाया, वहीं आरोप झेल रहे भाजपा नेताओं ने भी वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा और कहा कि ये कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कार्य है वही अवैध मदिरा बटवा रहे थे।
स्थिति को गम्भीर होता देख आबकारी विभाग की और से प्रेस नोट भी जारी कर दिया गया। प्रेस नोट में प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त ने बताया कि श्यामनगर चापड़ा में एक बिना नम्बर की महेंद्रा पिकअप वाहन में 50 पेटी जिसकी कुल मात्रा 450 ब्लक लीटर देशी शराब प्लेन जप्त की गई। पंचनामे के अनुसार ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गया था। प्रकरण पी-8 क्रमांक 273 दिनांक 28 अक्टूबर 2021 पंजीबद्ध करते हुए विवेचना में लिया गया और संग्रह कर परिवहन का ज्ञात नहीं होना बताया गया, अनुसन्धान जारी रखने की बात की गई। यह भी बताया गया कि उपस्थित भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस पार्टी दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे थे। अब जब चुनाव में मतदान हो चुका है और परिणाम आने बाकी है लेकिन कुछ सवाल है जो चर्चाओं का माहौल बना रहे है । वह यह है कि इस अवैध मदिरा का मालिक/ खरीददार कौन है।इतनी आँखों से बचकर यह अवैध मदिरा कैसे क्षेत्र तक पहुँची । इसे किस मदिरा की दुकान/ठेकेदार से खरीदा गया और इतनी मात्रा में कैसे किसी भी व्यक्ति को इतनी मदिरा उपलब्ध करवाई गई । आबकारी विभाग की कार्यशैली की बात की जाए तो हर विषय को अज्ञात बताते हुए इस पूरे मामले को ठंडा कर दिया गया। गाड़ी के विभिन्न पेपरों के आधार पर इसके मालिक तक पहुँचने का प्रयास तक नहीं किया गया। अब देखना यह है कि यह अज्ञात मामला कब ज्ञात होता है और आगे की कार्यवाही को गति मिलती है।
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