आपसी रंजिश बनी हत्या का कारण,तीन आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही,सीसीटीवी जरूर लगाएं-पुलिस अधीक्षक डॉ सिंह
देवास।पिछले दिनों देवास शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत विजयनगर स्थित एक मकान में अंकित बेस नामक युवक की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
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अंकित |
उक्त मामले में पुलिस ने आज खुलासा करते हुए प्रेस वार्ता आयोजित की। वार्ता में पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 18 अगस्त को विजय नगर स्थित तारा सोनी के मकान में अंकित बैस नामक युवक की खुन में लथपथ लाश घर के अंदर बिस्तर पर पड़ी है। बिस्तर एवं आसपास बहुत खुन पड़ा है। अंकित के शरीर एवं चेहरे पर किसी धारदार हथियार से हमला कर गंभीर चोट पहुँचाकर उसकी हत्या की गई है। उक्त सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी थाना सिविल लाईन संजय सिंह मय फोर्स रवाना होकर घटनास्थल पर पहुंचकर घटनास्थल का सुक्ष्मता से निरीक्षण किया गया एवं उक्त घटना की सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारी को दी गई। फरियादी जुझार सिंह बैंस पिता सोभाग सिंह बैस उम्र 52 साल निवासी तारा सोनी का मकान विजय नगर देवास (मृतक अंकित बस के चाचा) की रिपोर्ट पर से थाना सिविल लाईन देवास में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 366/2022 धारा 302 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना मे लिया गया। अज्ञात आरोपी द्वारा किये गये इस जघन्य एवं सनसनीखेज अंधेकत्ल से क्षेत्र में दहशत का माहोल निर्मित होकर सनसनी फैल गई थी। उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते पुलिस अधीक्षक देवास द्वारा थाना सिविल लाईन देवास के नेतृत्व विशेष टीम का गठन किया गया। टीम के द्वारा घटनास्थल के आसपास के लोगो से पूछताछ की गई एवं घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग को देखा गया। तकनीकी एवं सीसीटीवी कैमरे के विडियो फुटेज के आधार पर चंद घंटो में आरोपी की पहचान की जा सकी।
जप्त सामग्री-
घटना में प्रयुक्त तीन धारदार हथियार, चाकू एवं एक मोटर सायकल काले रंग की हीरो होण्डा पेंशन क्रमांक MP41 MS-0242, खुन लगे कपड़े।
गिरफ्तार आरोपी के नाम-
1. मनीष कारपेन्टर पिता शैलेन्द्र कारपेन्टर उम्र 25 नि. मकान नम्बर 20 गौरव नगर विजय नगर देवास।
2. मुकुल भाटी पिता प्रकाश भाटी उम्र 24 साल निवासी 01/10 बीमा अस्पताल परिसर देवास।
3. नाबालिक अपचारी बालक
बता दे कि मुख्य आरोपी मनीष पर थाना सिविल लाईन पर कई धाराओं में प्रकरण दर्ज है मनीष और अंकित दोनों दोस्त भी रह चुके थे। विवाद हुआ और दोस्ती दुश्मनी में बदल गयी। इसी रंजिश के चलते मनीष ने इस घटना को अंजाम दिया।
उपरोक्त केस को सुलझाने में थाना प्रभारी सिविल लाईन संजय सिंह, उनि कपिल नरवले, उनि यश नाईक, उनि सरदार मण्डलोई, उनि गणेशलाल जाटिया, उनि (रे) दीपेन्द्र सिंह, सउनि प्रकाश राजोरिया, सउनि राकेश बाबु शर्मा प्रआर लेखराज, प्रआर रवि पटेल, सायबर सेल से प्रकार शिवप्रताप सिंह, सचिन चौहान और अरुण चावड़ा, और पंकज अजनोदिया, आर विनय भर्दारिया, आर शुभम कश्यप की सराहनीय भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम को नगद ईनाम से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।
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