लव जिहाद के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी
विहिप मातृशक्ति-दुर्गा वाहिनी, मालवा प्रांत की बहनों ने नारेबाजी कर सौंपा ज्ञापन
देवास। लव जिहाद एक ऐसा संवेदनशील विषय है जिसके मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।मकसद साफ है जानबूझकर हिंदू लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर जबरन उनका धर्म परिवर्तन करवाना।लव जिहाद के नाम पर पूरे देश में हिन्दू बहन-बेटियों को इसका शिकार बनाया जा रहा है,साथ ही विरोध करने पर निर्मम हत्या कर दी जाती है।इसका विरोध करते हिये विहिप मातृशक्ति-दुर्गा वाहिनी, मालवा प्रांत की बहनों ने दुर्गा वाहिनी संयोजिका पिंकी पवार के नेतृत्व में बुधवार को नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा। जिला संयोजक संजना राजपूत ने ज्ञापन में बताया कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक गणराज्य भारत में, देश के शांतिप्रिय नागरिक जो संविधान में अपनी पूर्ण आस्था और विश्वास रखते हैं वहीं देश का बहुसंख्यक हिन्दू समाज अपनी बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर स्वयं को शर्मसार और अपमानित महसूस कर रहा है। देश में इस तरह के जघन्य अपराधों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। 23 अगस्त 2022 की रात्रि में झारखंड के दुमका नामक स्थान पर हिन्दू बहन अंकिता सिंह जब अपने घर में सो रही थी तो उसके घर की खिडक़ी से मुस्लिम युवक शाहरुख और उसके गुर्गे नईम अंसारी ने पेट्रोल छिडक़ कर आग लगाकर उसे जिंदा जला दिया। जिसके कारण 5 दिनों तक अंकिता सिंह असहनीय दर्द और पीड़ा से तड़पती रही और आखिर में उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया तब वह बेखोफ हँस रहा था मानो जैसे उसे अपने द्वारा किये किए इस जघन्य अपराध की तुलना में इस देश के कानून का कोई भय न हो। इन अपराधों का पूरा हिन्दू समाज, विश्व हिन्दू परिषद, मातृ शक्ति, दुर्गा वाहिनी एवं हिन्दू समाज की बहन-बेटियाँ विरोध करती है। साथ ही मांग करती है कि लव जिहाद की आड़ में इन जिहादियों द्वारा अंकिता सिंह की निर्मम हत्या एवं देशभर के कई राज्यों में बहन-बेटियों के साथ इन बेखौफ जिहादियों द्वारा किये जा रहे अपराधों को रोककर इन जिहादियों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही करते हुए शीघ्र फांसी की सजा दी जाए। जिससे इन लव जिहादीयों, अपराधियों को कड़े से कड़ा सबक मिले।
ज्ञापन के दौरान विहिप जिला उपाध्यक्ष डिंपल शर्मा, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका बबीता कौशल, रोशनी कुमावत, अर्चना सांगते, महक पवार एवं कार्यकर्ता व बहने उपस्थित थी। उक्त मामले को लेकर ज्ञापन पूरे मालवा प्रांत में बुधवार के दिन एक ही समय पर सभी जिला केंद्रों पर दिया गया।
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