शिक्षा विभाग की ढील-पोल का खामियाजा भुगत रहे मूल्यांकनकर्ता
नए सत्र की परीक्षा सिर पर,जबकि पिछले सत्र का नहीं हुआ भुगतान
देवास। जिले के शिक्षा विभाग का नाम आते ही विभाग की कार्यशैली अपने आप सामने आ जाती है।लेकिन विभाग अपने ही सहायकों/साथियों के प्रति कितना जिम्मेदार है। इसका एक ताजा उदाहरण देखने को मिला है,मामला परीक्षा के मूल्यांकन की कॉपियों से जुड़ा है। प्रतिवर्ष वार्षिक परीक्षाओ के बाद हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की कॉपियों का मूल्यांकन उत्कृष्ट विद्यालय नारायण विद्या मंदिर क्र.2 में होता है। मूल्यांकन कार्य पूर्ण होने के बाद इसी आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित किये जाते है। लेकिन आपकों जानकर हैरानी होगी कि मूल्यांकनकर्ताओं को पिछले सत्र(2021 से 2022) का अब तक परिश्रम नही मिला है। जबकि वार्षिक परीक्षाओं की कॉपी का मूल्यांकन अप्रैल माह में ही लगभग पूरा हो चुका था। इसके बाद परिणाम भी घोषित हो गए और मूल्यांकनकर्ताओं को राशि का इंतजार कर रहे है।
इस वर्ष के सभी त्यौहार सपन्न हो चुके है हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए वर्ष 2023 की परीक्षा हेतु न सिर्फ परीक्षा फार्म भरे जा चुके हैं, बल्कि फरवरी माह से प्रायोगिक परीक्षाएं भी शुरु होने वाली हैं। स्थिति यह हो गई है कि इन मूल्यांकनकर्ताओं को सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही है कि आखिर उन्हें राशि कब मिलेगी। सूत्रों की मानें तो मूल्यांकनकर्ताओं को लगभग 45 लाख रुपए से अधिक का भुगतान होना है, लेकिन यह राशि अभी तक भोपाल से नहीं आई है। फलस्वरूप मूल्यांकनकर्ताओं के खाते में राशि अभी तक जमा नहीं हो पाई है। अक्सर मूल्यांकनकर्ताओं को यही जानकारी दी जाती रही है कि दो चार दिन में भुगतान हो जाएगा, लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी अभी तक न तो राशि देवास पहुंची है और न ही मूल्यांकनकर्ताओं के खाते में ट्रांसफर हुई है। जबकि अगली वार्षिक परीक्षा में एक-दो माह का समय ही शेष है। शिक्षा विभाग की इस लेटलतीफी व कार्य करने की गति को देखते हुए लगता है कि अभी राशि आने में और भी अधिक समय लगेगा। अब मूल्यांकनकर्ता अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे है भीषण गर्मी में अपनी वार्षिक छुट्टियों का त्याग कर पूरी जिम्मेदार के साथ निर्धारित समयावधि में अपना कार्य पूर्ण किया। अब सभी मूल्यांकनकर्ता इसी आस में बैठे है कि उन्हें जल्द से जल्द राशि मिल जाये।
इस सम्बद्ध में उत्कृष्ट विद्यालय ना.वि.मं.क्र. 2 के प्राचार्य सुधीर सोमानी का कहना है कि यह सही है कि मूल्यांकनकर्ताओं की जो राशि उनके खाते में जमा होना थी, वह अभी तक नहीं हुई है। इसके लिए हमारे यहां की कार्यगति में कोई कमी नहीं है। हमने समय पर सारी जानकारी भोपाल भेज दी थी, लेकिन हमारा ईमेल ही चेक नहीं किया गया। बाद में एक बार पुन: जानकारी भेजी गई और रिमाइंडर भी भेजा, लेकिन अभी तक मूल्यांकनकर्ताओं की राशि नहीं भेजी गई है। हमारी भोपाल में चर्चा हुई है। उन्होंने आगामी दो-चार दिन में राशि भेजने की बात कही है। जैसे ही राशि प्राप्त होगी, सभी मूल्यांकनकर्ताओं के खातों में उनकी राशि जमा करा दी जाएगी। जो भी देरी हुई है, वह भोपाल से हुई है। हमारे यहां से इस कार्य में कोई ढीलपोल नहीं बरती गई है।
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