नगर निगम परिषद बैठक बिना हंगामे के संपन्न
जनप्रतिनिधियों ने कराया एहसास,हर कार्य में रहेगा हमारा हस्तक्षेप
देवास। नगर पालिक निगम की नई परिषद की पहली बैठक नगर निगम के हॉल में महापौर श्रीमति गीता अग्रवाल की विशेष उपस्थिति व सभापति रवि जैन की अध्यक्षता में संपन्न हुई। वंदे मातरम गीत के साथ बैठक की विधिवत शुरुवात हुई।आयोजित की गयी।
-दिए गोलमोल जवाब
परिषद की बैठक में पार्षदों द्वारा सवालों को लिखित रूप में कई समय पहले लिया जा चुका था। जिनके आज बैठक में जवाब दिए जाने थे। लेकिन कई पार्षदों द्वारा पूछे गए सवालों के संबंधित अधिकारियों ने गोलमाल जवाब दिए और कई सवालों के तथ्यात्मक उत्तर देने में भी अधिकारी हिच किचाते रहे।जिम्मेदार यह भी कहते रहे कि बाद में आपको लिखित रूप में जवाब सौप दिए जाएंगे।इसको लेकर सभापति ने उन्हें फ़टकार भी लगाई और अगली बात तैयारी से आने की बात कही।
-सभापति जैन ने दिखाई अपनी शैली
सभापति रवि जैन ने अपनी शैली से आज पूरी बैठक का संचालन बेहतर रूप में किया। जैन खुद पार्षदों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के अधिकारियों से सही उत्तर दे पाए और कई प्रश्नों के उत्तर के साथ-साथ उनमे आगे की कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देश किया। उन्होंने भाजपा पार्षदों को तो जवाब देकर संतुष्टि किया ही, कांग्रेसी पार्षदों को तथ्यात्मक जवाब दिए। जैन ने भविष्य के देवास शहर के कई विकास कार्यों का भी विस्तार से उल्लेख किया। जिसमें वायु प्रदूषण,शहरी मार्ग का चौड़ीकरण सहित पौधरोपण/ग्रीनसिटी संबंधित विषय में प्रोजेक्ट के माध्यम जानकारी दी।
-जलप्रदाय निजीकरण का मुद्दा उठा
जलप्रदाय व्यवस्था का निजीकरण मुद्दा भी परिषद की बैठक में छाया रहा।सवाल यह भी उठा कि जिस कंपनी को इसकी जिम्मेदारी सौपी जा रही है उसने समय सीमा मे कार्य नही किया है और इस बीच करोड़ो का नुकसान पहुँचाया।बैठक में इसे रोकते हुए अगली बैठक में विस्तार से चर्चा की बात कही।
-सत्तापक्ष नेता ने निभाई अहम भूमिका
पार्षद,नेता सत्तापक्ष मनीष सेन ने लगातार अपने शहर हित मुद्दों से परिषद की बैठक में माहौल बनाये रखा,उन्होंने अपने सवालों द्वारा अधिकारियों को तो घेरा ही साथ ही शहर की अनेक जनहित मुद्दों पर प्रकाश भी डाला और उन्होंने पूर्ण करने के सुझाव भी दिए।सेन ने पीएम आवास योजना पर भी सवाल उठाते हुए लगभग 200 घरों को गलत लोगो के हाथ मे सौपने की बात कही।
-पार्षद दीपेश कानूनगो ने बचाई कांग्रेस की लाज
परिषद की बैठक में कांग्रेस के दस से भी कम पार्षद है। बैठक के ठीक एक दिन पहले निगम में नेता विपक्ष के रूप में श्रीमति अहिल्या पवार के नाम पर मोहर लगी। लेकिन परिषद की बैठक में पार्षद दीपेश कानूनगो ने लगातार अपने सवालों द्वारा भाजपा की कार्यशैली को सवालों के कटघरे में खड़ा किया और कई विभाग के अधिकारियों को आड़े हाथों लिया।उन्होंने गौरव दिवस पर सवाल खड़े करते हुए,पूरे आयोजन के खर्चे की जानकारी मांगी लेकिन जिम्मेदार इस खर्चे की जानकारी उपलब्ध नही करवा पाए।उन्होंने महापौर द्वारा सेतुनिगम को लिखे गए पत्र को भी बैठक में उठाते हुए कार्यवाही नही होने की बात कही।
-कर्मचारियों की कमी व शौचालय मुद्दा भी छाया रहा
परिषद की बैठक में अधिकांश पार्षदों का कहना था कि हमारे वार्डों में जनसंख्या के हिसाब से सफाई कर्मचारियों कम है। जिसके चलते वार्डो के कई हिस्सों में सफाई नहीं हो पाती है। इसी के साथ ही शहर के में शौचालय की कमी के चलते आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है।इस मुद्दे को कई पार्षदों द्वारा प्राथमिकता से रखा गया व इस विषय पर कड़ी योजना बना कर उसे धरातल पर लाने की बात कही।
-सीवरेज योजना ने देवास का नाम किया बदनाम
देवास की सीवरेज योजना से आज कई वार्ड वासी परेशान हैं। और कई वार्डों में अब तक सीवरेज का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। योजना देवास में शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है और इस परिषद की बैठक में भी सीवरेज मुद्दा छाया रहा पार्षदों का कहना था कि सीवरेज योजना ने देवास का नाम खराब किया है इस योजना में कई विसंगतियां अब तक देखने को मिल रही है।
-एमआईसी सदस्य रहे अनुपस्थित
परिषद की बैठक में एमआईसी के राम यादव,मुस्तफा अहमद अनुपस्थित रहे। जिनके जवाब उपायुक्त द्वारा दिए गए और कुछ सवालों के जवाब बाद में लिखित रूप में देने की बात कही गई।
-कार्यो के विभाजन में भी परेशानी
परिषद की बैठक में एमआईसी सदस्यों के कार्यों के विभाजन में भी विसंगतियां देखने को मिली। उपस्थित एमआईसी सदस्य का कहना था कि यह कार्य मेरे हिस्से में नहीं आता है जबकि अन्य सदस्यों का कहना है कि पूर्व में भी यह कार्य इसी विभाग के अंडर आता था।
-सोशल मीडिया पर छाई रही गौ एम्बुलेंस की स्वीकृति
परिषद की बैठक में पार्षद शीतल गेहलोत के प्रस्ताव गौ एम्बुलेंस स्वीकृति मिली, जिसकी फेसबुक पर काफी चर्चा हुई। देवास शहर में गौ माता जब बीमार या दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है, तो उन्हें अस्पताल तक ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं है, ऐसी स्थिति में कई बार गौ माता की मौत भी हो जाती है। इसीलिए नगर निगम द्वारा गौ एम्बुलेंस का संचालन शुरु किया जाए, जिससे गौ माताओं की रक्षा की जा सके। इस प्रस्ताव पर अधिकांश पार्षदों ने समर्थन किया और इसे सर्वानुमति से पारित किया गया।
-विधायक प्रतिनिधि ने भी रखे अपने विचार, कठोर मन करके सहयोग करें
विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल द्वारा सभी परिषद सदस्यो से आग्रह करते हुए कहा कि मुख्य मार्ग चौडीकरण मे कहीं न कहीं अपनो के भी भवन या व्यवसायिक प्रतिष्ठान है, हमे शहर के विकास एवं जनहित मे आपसी सामान्जस्य के साथ कठोर मन से निर्णय लेने होगें।
-बैठक में निगम आयुक्त की भूमिका
परिषद की बैठक में इस बार निगमायुक्त विशाल सिंह की भूमिका काफी कम दिखाई दी। प्रश्नों के उत्तर या तो सम्बंधित जिम्मेदार द्वारा नहीं दिए गए और बाद में लिखित रूप में देने की बात कही गई। कुछ ऐसे मुद्दे उठे जिस पर आयुक्त ने कहा कि हर कार्य अनुबंध के द्वारा ही किया जाता है, हम किसी को हटा नहीं सकते पहले हमको उनका कार्य देखना होगा।उसके बाद निर्णय लिए जाएंगे सहित कुछ विषयो पर विस्तार से अपनी बात रखी।साथ ही देवास को स्वच्छ वायु में पुरस्कार मिलने की बात सभी को बताई।
-पार्षद पति रहे मौजूद,दिखे उत्साहित
परिषद में इस बार महिला पार्षदों की संख्या अधिक है। लेकिन कुछ ही महिला पार्षद अपने सवालों को परिषद की बैठक में रख पाई और शेष महिला पार्षदों ने परिषद की बैठक को समझा। सभी महिला पार्षदों के पति बैठक हाल के आसपास घूमते रहे और उत्साहित दिखे।
-एमआईसी बैठक ने बदला खेल
परिषद की बैठक में यह भी चर्चा चलती रही की दो दिन पहले संपन्न हुई एमआईसी की बैठक में परिषद का माहौल बदल दिया है। क्योंकि एमआईसी की बैठक में सभी निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी जा चुकी थी। जिसके चलते आज परिषद की बैठक में हंगामे की स्थिति निर्मित नहीं हुई।
-जनप्रतिनिधियों ने दिए संकेत
परिषद की बैठक में जनप्रतिनिधियों से साफ संकेत दे दिए की निगम वही चलाएंगे और यदि उन्हें इससे रोका गया तो विरोध के स्वरूप आंदोलन व प्रदर्शन का दौर शुरू हो जाएगा। आज दबे स्वर में सभी ने अपनी बातों को रखते हुए आने वाले दिनों में निगम के संचालन पर अपना स्पष्ट दृष्टिकोण जाहिर कर दिया है। बैठक में उपस्थित सभी पार्षदों ने अपने सुझाव भी रखे।
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