मनुष्य सहजयोग के माध्यम से अपने जीवन का ही नहीं बल्कि पूरे समाज का उत्थान कर सकता है-डॉ. राजीव कुमार
मनुष्य की शुद्ध इच्छा से होता है कुण्डलिनी जागरण,सहजयोग परिवार का सेमीनार सम्पन्न
देवास। सहजयोग परिवार देवास द्वारा दो दिवसीय विशेष सहजयोग सेमीनार का आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश सहजयोग समन्वयक जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय सहजयोग सेमीनार रविवार 20 नवम्बर को सम्पन्न हुआ।प्रदेश व देश के सैकड़ों साधक इस सेमीनार में शामिल हुए। इस अवसर पर वरिष्ठ सहजयोगी एवं नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, डॉ. सुरेशचन्द्र निगम, डॉ. आर. डी. भारद्वाज (दिल्ली), डॉ. डोंगरे ( वाशी, मुम्बई) ने अपने वक्तव्य दिये जिसे साधकों ने एकाग्रचित्त होकर सुना ।
डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि मनुष्य सहजयोग के माध्यम से अपने जीवन को ही नहीं बल्कि पूरे समाज का उत्थान कर सकता है। सुबह शाम मात्र 10 मिनीट ध्यान करके अपने जीवन को सार्थक कर सकता है। मानव से महामानव बनकर अपने और अपने परिवार को समृद्ध और शक्तिशाली बनाता है। आज के समय में मनुष्य तनाव भरे वातावरण में रह रहा है सहजयोग की एकमात्र माध्यम से जिससे वह तनाव मुक्त होकर जीवन में अपने उद्देश्यों की पूर्ति कर सकता है।
डॉ. सुरेशचन्द्र निगम ने कुण्डलिनी शक्ति के जागरण से हर साधक आर्थिक, पारिवारिक, शारीरिक, मानसिक सभी समस्याओं से मुक्ति पाता है। जिससे समाज और राष्ट्र मजबूत होता है।डॉ. आर.डी. भारद्वाज ने कहा कि हर मनुष्य में एक सोई हुई शक्ति का समावेश होता है, चाहे वो कोई भी जाति, धर्म, छोटा या बड़ा हो उससे कुण्डलिनी शक्ति का कोई सरोकार नहीं है। जब मनुष्य की शुद्ध इच्छा जागृत होती है तभी परमात्मा उस साधक की कृपा से कुण्डलिनी शक्ति का जागरण होता है । मुम्बई से पधारे सहजयोगी डॉ. डोंगरे ने मानव शरीर में उपस्थित चक्र - नाड़ियों की विस्तृत जानकारी दी।
अन्तर्राष्ट्रीय कुचीपुड़ी नृत्यांगना उषा किरण ने अपनी प्रस्तुति से साधकों को भाव विभोर कर दिया। अन्तर्राष्ट्रीय भजन गायक सहजयोगी दीपक वर्मा एवं मिलिन्द दलाल ने एक से बढ़कर एक भजनों से मुग्ध कर दिया।
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