कांग्रेस पार्षद ने अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेता के खिलाफ खोला मोर्चा
वर्मा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं,धार्मिक गुरुओं एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं- कानूनगो
देवास। शहर के वार्ड नंबर 9 के कांग्रेस पार्षद दीपेश कानूनगो ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया के पति भेरूलाल अटारिया के साथ वर्मा की बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद कानूनगो ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जेपी अग्रवाल को पत्र लिखा है।
ये लिखा कानूनगो ने पत्र में
दीपेश कानूनगो ने लिखा है कि में अत्यंत दुखी एवं विचलित मन से आपके संज्ञान में एक विषय रखना चाहता हूँ। जैसा कि आपको विदित होगा कि विगत दिनों म.प्र. जिला पंचायत देवास की अध्यक्ष श्रीमती लीलाबाई भेरूलाल अटारिया जो कि अनुसूचित जनजाति की महिला नेत्री है, जिन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसमें मेरा निजी एवं जनमानस का मत है कि कांग्रेस संगठन में कहीं न कहीं कुशल रणनीति की कमी रही है जिसके कारण लीलाबाई अटारिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की, जबकि लीलाबाई का सामाजिक संपर्क बहुत मजबूत है और उनका परिवार समाज में प्रतिष्ठित परिवार हैं।
सज्जनसिंह वर्मा जी (सोनकच्छ विधायक) द्वारा निरंतर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं एवं धार्मिक गुरूओं एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे कि आम जनमानस कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इनके प्रति रोष उत्पन्न हो रहा है, इससे कांग्रेस पार्टी को आने वाले चुनाव में भारी नुकसान हो सकता है। आपके संज्ञान में आया होगा कि श्री वर्मा द्वारा स्वीकारयुक्त आडियो वायरल हुआ है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंह के खिलाफ अभद्र भाषा के प्रयोग से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में रोष उत्पन्न हुआ है और मनोबल टूटता है। श्री सिंह के खिलाफ अभद्र भाषा के उपयोग से राजपूत समाज में काफी गुस्सा है जिसका असर विधानसभा चुनाव पर हो सकता है। उन्होंने आडियो में जिस प्रकार से अटारिया को धमकाया है उससे अनुसूचित जाति के लोग भी कांग्रेस से खफा हो सकते है। श्री वर्मा द्वारा निरंतर दिग्विजयसिंह जी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है, जिससे कांग्रेस पार्टी का सिर्फ नुकसान ही होता है। इस तरह की बयानबाजी के कारण पार्टी की छवि खराब होती है एवं भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी की खिल्ली उड़ाई जाती है, जिससे कि पार्टी के कार्यकर्ताओं का मन व्यथित होता है। अतः श्रीमान से निवेदन है कि आप इस बात को संज्ञान में लेकर उचित दिशा निर्देश जारी करें जिससे कि आने वाले समय में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो। आशा ही नहीं विश्वास है कि आप जल्द से जल्द पार्टी हित में निर्णय लेकर कार्यवाही करेंगे।
पत्र लिखे जाने के बाद से ही पार्टी के कुछ लोग दीपेश कानूनगो के साहस की प्रशंसा कर रहे हैं जबकि अन्य नेताओ का मानना है कि कानूनगो के इस पत्र का कोई परिणाम नही आएगा।
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