जो जितना तपता है वह उतना ही निखरता है-पवार
देवास।सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा प्रांत की योजना से इंदौर विभाग द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर विजय नगर देवास में आयोजित नवीन आचार्य विकास एवं विविध वर्ग के समापन समारोह में मुख्य वक्ता पंकज पवार (प्रांत प्रमुख नगरीय शिक्षा) ने कहा कि धातु हो या व्यक्ति तपने से निखरता है। ताप को सहन करने के पश्चात ही सोना कुंदन बनता है। मनुष्य एक निश्चित नियम का पालन करता है, पशु की कोई चर्या नहीं होती। मनुष्य दो प्रकार के होते हैं एक आत्म केंद्रित दूसरे समाज केंद्रित हमारे यहां व्यक्ति के निर्माण पर बल दिया गया है। प्रतिदिन बालकों का शारीरिक हो, भारतीय खेल खिलाए साहसिक यात्रा करवाएं मैदान में दंड - बैठक का अभ्यास करवाएं। इस प्रकार विद्या भारती के आधारभूत विषयों में यह नैतिक एवं आध्यात्मिक विषय के अंतर्गत आता है।
मुख्य वक्ता ने संस्कृत का श्लोक उद्धृत करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से अच्छे बालकों का निर्माण करना है। इसके पूर्व मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर मां सरस्वती, प्रणव अक्षर ओम एवं भारत माता का पूजन किया गया। मातृ वंदना के पश्चात अतिथि परिचय वर्ग की प्रबंधक श्रीमती इंदिरा शर्मा ने करवाया। अतिथियों का स्वागत अनंत नारायण निगम भवरासा विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मिलिंद बाऊसकर वरिष्ठ आचार्य सरस्वती विद्या मंदिर विजय नगर देवास ने किया। वृत्त वाचन राकेश दुबे वर्ग संयोजक ने किया। हस्तलिखित पत्रिका का विमोचन मंचासीन अतिथियों के कर कमलों के द्वारा किया गया। प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र अतिथियों द्वारा दिए गए। अध्यक्षीय भाषण वर्ग के संयोजक एवं विभाग समन्वयक महोदय महेंद्र पाल सिंह सिसोदिया द्वारा दिया गया। आभार सुभाष काले प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर विजय नगर देवास में माना। कार्यक्रम का संचालन वर्ग के बौद्धिक प्रभारी दिनेश शर्मा ने किया शांति मंत्र के साथ समारोह का समापन हुआ। उपरोक्त जानकारी विद्यालय के प्रचार प्रसार प्रमुख किशोर सनस ने दी।
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