नगर निगम बना अखाड़ा:
पार्षद व निगम अधिकारी के बीच विवाद,दोनों पक्ष पहुँचे थाने
देवास। नगर निगम अब पूरी तरह से राजनीति का अखाड़ा बन चुका है।आये दिन नए समीकरण बनते रहते है कुछ पैसों के दबाव से दबा दिए जाते है तो कुछ उजागर होकर सुर्खियों में रहते है।
नगर निगम में सत्ता से लेकर विपक्ष अपने दाव लगा रही है।सत्ता और विपक्ष के बीच राजनीति उठापठक जारी है।लेकिन इन दिनों सत्ता से जुड़े पार्षदो के विवाद निगम के अधिकारियों से हो रहे हैं।गलती किसकी है यह तो हमेशा जांच का विषय रहा है।लेकिन ये घटनाक्रम निगम के भविष्य की रूपरेखा तय कर रहे है।ऐसा ही एक मामला बुधवार के दिन घटा, वार्ड क्र- 30 के बीजेपी पार्षद शीतल गहलोत और नगर निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश वर्मा के बीच बुधवार को निगम परिसर विवाद की स्थिति बन गयी।बताया जा रहा है कि सांसद निधि से वार्ड में विकास कार्य के टेंडर को लेकर बहस बाजी हुई थी। कुछ ही देर में अपशब्दों का दौर चला और विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को शांत किया। बताया जा रहा है कि घटनाक्रम के बाद आपने बड़े अधिकारियों से राय सुमारी कर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नागेश वर्मा कोतवाली थाने पर पहुंचे। वर्मा के पहुँचने के कुछ देर बाद भाजपा पार्षद गहलोत भी थाने पर पहुंच गए। यहां पर भी विवाद की स्थिति बनती हुई दिखी,लेकिन मीडियाकर्मियों की उपस्थिति देख और अधिक संख्या में लोगो के होने के कारण मामला आगे नही बड़ा,हालांकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी हुआ जो कई प्रकार के संकेत दे रहा है।दोनों ही पक्ष को कोतवाली थाना प्रभारी महेंद्रसिंह परमार ने सुना। खबर लिखे जाने तक मामला अभी आवेदन तक ही पहुँचा है।भाजपा पार्षद के समर्थन में कई अन्य पार्षद भी साथ नजर आए ।
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