गरीबों के चावल की कालाबाजारी चरम पर
30 क्विंटल चावल गोडाउन से जप्त किया
देवास- सरकार के अनगिनत प्रयास के बाद भी प्रदेश में गरीबों को दिए जाने वाले अनाज की कालाबाजारी रुक नहीं रही है यह अब चरम सीमा पर पहुंच गई है। गरीबों का चावल का बेरोकटोक संग्रहण करके बड़ी-बड़ी कंपनी और मंडियों को बेचा जा रहा है।मल्हार रोड़ देवास स्थित आड़ा पट्टी के नजदीक गोडाउन में पीडीएस का चावल मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन की बोरियों में भरा मिला है। लगभग 30 क्विंटल चावल प्रशासन ने गोडाउन से बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इन चावलों को खरीददार द्वारा फेरी वाले से और क्षेत्र में घूम कर खरीदा गया था। 3 से 5 रुपये किलो में खरीद कर 12 से 13 रुपये के दाम पर मंडी व कंपनियों में बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा था।
कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी वीएस राय मौके पर पहुँचे और जांच के बाद चावल को जप्त करके पंचनामा बनाया गया।बताया गया कि पूर्ण जांच करने के बाद सम्बंधित पर करवाई की जाएगी।चावल कहाँ से खरीदा गया है इसका पता लगाया जा रहा है । गोडाउन किसी असलम नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है।जप्त किए गए चावल को औद्योगिक थाना पुलिस द्वारा थाने पर रखवाया गया है।जिले में लगातार चावलों की कालाबाजारी की सूचना मिलती रही है। पिछले दिनों सोनकच्छ में भी एक ट्रक चावलों से भरा हुआ पकड़ा गया था।शहर में छोटे क्षेत्रो में ऑटो,मैजिक से आवाज लगाकर चावलों की खरीदी की सूचना मिलती रही है। योजनाओं द्वारा अधिक मात्रा में चावलों का वितरण करने से कुछ हितग्राही चावलों को लेकर चावलों को कम दामों में बेच रहे है।अब देखना यह है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस विषय पर क्या कार्यवाही करती है। ताकि आगे से इस कालाबाजारी पर रोक लगाई जा सके।(देर शाम चावल की तुलाई का सरकारी आकड़ा सामने आया जिसके अनुसार 49 क्विंटल चावल होने की जानकारी दी गयी)
टिप्पणियाँ