सरपंच साहब ने प्याज रखने के लिए बनाया स्टेडियम
अनैतिक कार्यो के लिए भी होता है स्टेडियम का उपयोग
देवास। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार चाहे जितना भी विकास कार्य करें लेकिन कई स्थानीय जनप्रतिनिधि उसे अपने उपयोग का साधन समझ का मनमानी करते है।ऐसा ही एक मामले की जानकारी मिली है।सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में खेलों के विकास और प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से खेल मैदानों का विकास करने के साथ ही स्टेडियम तक की सौगात दी जा रही है, किंतु ग्रामीण क्षेत्र में अधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते लाखों रुपये की लागत से बने खेल मैदान व स्टेडियम बदहाली के शिकार हो रहे है।
अधिकारियों की उदासीनता
मुख्य बात यह है कि सवा करोड़ के इस स्टेडियम की देखरेख करने के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के अधिकारियों द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे है। लिहाजा अब यह स्टेडियम जर्जरता की ओर जा रहा है। इस संबंध में सरपंच से चर्चा करने का प्रयास किया गया, किंतु संपर्क नहीं हो सका।
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